आप एक विशेष विभाग में जिला प्रशासन के शीर्षाधिकारी हैं। आपका वरिष्ठ अधिकारी आपको राज्य मुख्यालय से फोन करता है और आपको कहता है कि रामपुर गाँव में एक भूखंड पर स्कूल के लिए एक भवन का निर्माण किया जाना है। दौरे की समयावली बना दी जाती है जिसके दौरान वह मुख्य इंजीनियर और वरिष्ठ वास्तुकार के साथ स्थल का दौरा करेगा। वह चाहता है कि आप उससे संबंधित सभी कागजातों की जाँच कर लें और सुनिश्चित कर लें कि दौरे की व्यवस्था उचित रूप से की गई है। आप उस फाइल को जाँचते हैं, जो आपके विभाग में कार्यभार संभालने से पूर्व की है। भूखंड को स्थानीय पंचायत से, नाममात्र की लागत पर, उपार्जित किया गया था और कागजात दशति हैं कि जिन तीन प्राधिकारियों को भूखंड की उपयुक्तता का प्रमाणपत्र देना होता है, उनमें से दो के दिए हुए अनुमति प्रमाणपत्र उपलब्ध हैं। वास्तुविद् का कोई प्रमाणपत्र फाइल में उपलब्ध नहीं है। आप जैसा कि फाइल पर कहा गया है कि सब कुछ ठीक हालत में है, यह सुनिश्चित करने के लिए रामपुर जाने का निर्णय ले लेते हैं। जब आप रामपुर जाते हैं तब आप देखते हैं कि उल्लेख के अधीन भूखंड ठाकुरगढ़ किले का एक भाग है और कि दीवारें, परकोटे आदि उसके आर-पार बिछे हुए हैं। किला मुख्य गाँव से काफी दूर है, इसलिए वहाँ पर स्कूल, बच्चों के लिए गंभीर असुविधा होगा, परंतु गाँव के नज़दीक के क्षेत्र के विस्तार का एक बड़े आवासीय परिसर में परिवर्तित होने की संभावना है। किले में वर्तमान भूखंड पर विकास प्रभार अत्यधिक होंगे और विरासत स्थल के प्रश्न की ओर ध्यान नहीं दिया गया है। परंतु भूखंड के अधिग्रहण के समय सरपंच आपके पूर्वाधिकारी का एक रिश्तेदार था। समस्त कार्य-संपादन कुछ निहित स्वार्थ के साथ किया गया प्रतीत होता है।
a. सरोकार रखने वाले पक्षों के संभावित निहित स्वार्थों की सूची बनाइए।
b. आपको उपलब्ध कार्रवाई के कुछ विकल्प नीचे दिए गए हैं। प्रत्येक विकल्प के गुणों-अवगुणों पर चर्चा कीजिए: (i) आप वरिष्ठ अधिकारी के दौरे की प्रतीक्षा कर सकते हैं और उसको निर्णय करने देते हैं। (ii) आप लिखित रूप में या फोन पर उसकी सलाह ले सकते हैं। (iii) आप अपने पूर्वाधिकारी / सहकर्मियों से परामर्श कर सकते हैं और उसके बाद क्या करना है, इस बात का फैसला कर सकते हैं। (iv) आप मालूम कर सकते हैं कि क्या एवज में कोई दूसरा भूखंड प्राप्त किया जा सकता है और फिर एक सर्वसमावेशी लिखित रिपोर्ट भेज सकते हैं। क्या आप कोई अन्य विकल्प उचित तर्कों के साथ सुझा सकते हैं? (250 words) [UPSC 2015]
a. सरोकार रखने वाले पक्षों के संभावित निहित स्वार्थ
b. विकल्पों का विश्लेषण
इन विकल्पों का चयन स्थिति की गंभीरता और स्थानीय संदर्भ को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए।