एक प्रमुख भेषजिक कंपनी की अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला में कार्यरत एक वैज्ञानिक ने खोजा कि कंपनी की सर्वाधिक बिक्री होने वाली पशुचिकित्सकीय दवाइयों में से एक दवाई B में वर्तमान में असाध्य लिवर रोग, जो जनजातीय क्षेत्रों में फैला हुआ है, का इलाज करने की संभाव्यता है। परंतु मानवों के लिए उपयुक्त रूपांतर का विकास करने के लिए बहुत अनुसंधान और विकास की ज़रूरत थी, जिसमें 50 करोड़ रुपए तक का खर्च आ सकता था। इसकी संभावना कम थी कि कंपनी अपनी लागत को वसूल कर पाएगी क्योंकि रोग केवल निर्धनताग्रस्त क्षेत्र में फैला हुआ था, जिसका बाज़ार बहुत थोड़ा था। यदि आप सी० ई० ओ० होते, तो-
a. जिन विभिन्न कार्रवाइयों को आप कर सकते थे, उनकी पहचान कीजिए;
b. अपनी प्रत्येक कार्रवाई के पक्ष-विपक्ष का मूल्यांकन कीजिए। (250 words) [UPSC 2015]
एक प्रमुख भेषजिक कंपनी की अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला में एक वैज्ञानिक की खोज ने एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत किया है। लिवर रोग का इलाज करने वाली दवाई B की संभाव्यता, विशेषकर निर्धन जनजातीय क्षेत्रों में, एक नैतिक और व्यावसायिक चुनौती दोनों है।
a. संभावित कार्रवाइयाँ
b. पक्ष-विपक्ष का मूल्यांकन
निष्कर्ष
इस प्रकार, एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाकर, कंपनी न केवल आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकती है, बल्कि समाज में सकारात्मक योगदान भी कर सकती है।