आप एक सरकारी कार्यालय में अपने विभाग के निदेशक के सहायक के रूप में कार्यरत एक युवा, उच्चाकांक्षी एवं निष्कपट कर्मचारी हैं। जैसा कि आपने अभी पद ग्रहण किया है, आपको सीखने एवं प्रगति की आवश्यकता है। भाग्यवश आपका उच्चस्थ बहुत दयालु एवं आपको अपने कार्य के लिए प्रशिक्षित करने के लिए तैयार है। वह बहुत बुद्धिमान एवं पूर्ण जानकार व्यक्ति है, जिसे विभिन्न विभागों का ज्ञान है । संक्षेप में, आप अपने बॉस का सम्मान करते हैं तथा उससे बहुत कुछ सीखने के उत्सुक हैं । जैसा कि आपके साथ बॉस के सम्बन्ध अच्छे हैं, वह आप पर निर्भर करने लगा है। एक दिन ख़राब स्वास्थ्य के कारण उसने आपको कुछ आवश्यक कार्य पूरा करने के लिए घर पर बुलाया । आप उसके घर पहुँचे एवं घंटी बजाने से पूर्व आपने ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने का शोर सुना । आपने कुछ समय प्रतीक्षा की । घर में प्रवेश करने पर बॉस ने आपका अभिनन्दन किया तथा कार्य के बारे में बतलाया । परन्तु आप एक औरत के रोने की आवाज़ से निरन्तर व्याकुल रहे । अन्त में आपने अपने बॉस से पूछा परन्तु उसने सन्तोषप्रद जवाब नहीं दिया । अगले दिन आप कार्यालय में इसके बारे में आगे जानकारी करने को उद्वेलित हुए एवं मालूम हुआ कि उसका घर में अपनी पत्नी के साथ व्यवहार बहुत ख़राब है। वह अपनी पत्नी की मारपीट भी करता है। उसकी पत्नी ठीक से शिक्षित नहीं है तथा अपने पति की तुलना में एक सरल महिला है। आप देखते हैं कि आपका बॉस कार्यालय में अच्छा व्यक्ति है, परन्तु घर पर वह घरेलू हिंसा में संलिप्त है। इस स्थिति में, आपके सामने निम्नलिखित विकल्प बचे हैं। प्रत्येक विकल्प का परिणामों के साथ विश्लेषण कीजिए ।
a. इसके बारे में सोचना छोड़ दीजिए क्योंकि यह उनका व्यक्तिगत मामला है।
b. उपयुक्त प्राधिकारी को मामले को प्रेषित कीजिए ।
c. स्थिति के बारे में आपका स्वयं का नवप्रवर्तनकारी दृष्टिकोण । (250 words) [UPSC 2016]
विभिन्न विकल्पों का विश्लेषण
a. इसके बारे में सोचना छोड़ दीजिए क्योंकि यह उनका व्यक्तिगत मामला है
परिणाम:
b. उपयुक्त प्राधिकारी को मामले को प्रेषित कीजिए
परिणाम:
c. स्थिति के बारे में आपका स्वयं का नवप्रवर्तनकारी दृष्टिकोण
परिणाम:
निष्कर्ष:
सही विकल्प b (उपयुक्त प्राधिकारी को मामले को प्रेषित करना) है, क्योंकि यह कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी को निभाता है और पीड़ित को आवश्यक सुरक्षा और सहायता प्रदान कर सकता है। हालांकि, व्यक्तिगत और पेशेवर जोखिम हो सकते हैं, लेकिन न्याय और मानवाधिकार की रक्षा करना सर्वोपरि है। c (नवप्रवर्तनकारी दृष्टिकोण) भी महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन प्राथमिक कदम के रूप में प्राधिकृत एजेंसियों को सूचना देना अधिक प्रभावी और कानूनी दृष्टि से उचित है।