प्रौद्योगिकी विज़न दस्तावे 2035 के चिह्नित क्षेत्र, लक्ष्य एवं भारतीय नागरिकों को उपलब्ध विशेषाधिकारों का उल्लेख कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
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प्रौद्योगिकी विज़न दस्तावेज 2035 के चिह्नित क्षेत्र, लक्ष्य एवं भारतीय नागरिकों को उपलब्ध विशेषाधिकार
परिचय: प्रौद्योगिकी विज़न दस्तावेज 2035 को तकनीकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (TIFAC) द्वारा जारी किया गया है, जिसका उद्देश्य 2035 तक भारत को वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य में अग्रणी बनाना है। यह दस्तावेज़ उन प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करता है, जहाँ प्रौद्योगिकी के माध्यम से नागरिकों को सशक्त किया जा सकता है और राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा दिया जा सकता है।
चिह्नित क्षेत्र: इस दस्तावेज़ में 12 प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की गई है जो भारत के विकास और संवृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं:
लक्ष्य: दस्तावेज़ का प्रमुख लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि 2035 तक हर भारतीय को प्रौद्योगिकी तक समान पहुंच प्राप्त हो, जो जीवन की गुणवत्ता में सुधार, स्थिरता सुनिश्चित करने, और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने में मदद करेगी। इसका उद्देश्य डिजिटल विभाजन को समाप्त करना और प्रौद्योगिकी को सभी नागरिकों के लिए एक सक्षम उपकरण बनाना है।
भारतीय नागरिकों को उपलब्ध विशेषाधिकार:
हाल का उदाहरण: राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (NDHM) का कार्यान्वयन इसी विज़न दस्तावेज़ के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य सभी नागरिकों को डिजिटल स्वास्थ्य आईडी और स्वास्थ्य रिकॉर्ड प्रदान करना है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार हो सके।
निष्कर्ष: प्रौद्योगिकी विज़न दस्तावेज 2035 भारत की प्रौद्योगिकी उन्नति के लिए एक व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करता है, यह सुनिश्चित करता है कि प्रौद्योगिकी हर नागरिक के लिए सशक्तिकरण, समावेशिता, और स्थिरता का साधन बने।