समझौते से पूर्ण रूप से इनकार करना सत्यनिष्ठा की एक परख है। इस संदर्भ में वास्तविक जीवन से उदाहरण देते हुए व्याख्या कीजिए । (150 words) [UPSC 2017]
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समझौते से पूर्ण रूप से इनकार करना और सत्यनिष्ठा
सत्यनिष्ठा का वास्तविक अर्थ है नैतिकता और ईमानदारी से काम करना, भले ही उसके लिए व्यक्तिगत या पेशेवर नुकसान उठाना पड़े। समझौते से पूर्ण रूप से इनकार करना सत्यनिष्ठा की परख के रूप में देखा जाता है, जहां व्यक्ति अपनी मूल मान्यताओं और नैतिक सिद्धांतों पर अडिग रहता है।
हालिया उदाहरण:
आर्थिक घोटाले में शामिल न होने के लिए कई अधिकारियों ने अपनी जॉब्स छोड़ीं। आईएएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़ी और नकारात्मक परिणामों के बावजूद अपनी सच्चाई को कायम रखा। उनका उदाहरण दर्शाता है कि उन्होंने व्यक्तिगत लाभ के बावजूद नैतिकता और ईमानदारी को प्राथमिकता दी।
शानदार निष्पक्षता के लिए यह भी उल्लेखनीय है कि अमेरिका की जानीमानी पत्रकार जूलियन असांजे ने अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए कठोर दंड को स्वीकार किया, जबकि अन्य ने समझौते के लिए दबाव डाला था।
इन उदाहरणों से यह स्पष्ट होता है कि सत्यनिष्ठा को बनाए रखने के लिए समझौते से पूरी तरह इनकार करना एक महत्वपूर्ण गुण है, जो नैतिकता और ईमानदारी को सबसे ऊपर रखता है।