“अच्छा कार्य करने में, वह सब कुछ अनुमत होता है जिसको अभिव्यक्ति के द्वारा या स्पष्ट निहितार्थ के द्वारा निषिद्ध न किया गया हो।” एक लोक सेवक द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के संदर्भ में, इस कथन का उपयुक्त उदाहरणों सहित परीक्षण कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
कथन का परीक्षण लोक सेवक के संदर्भ में
कथन का अर्थ: यह कथन दर्शाता है कि जब किसी अच्छे या लाभकारी कार्य को पूरा करने का लक्ष्य हो, तो ऐसे कार्य जो कानूनी या स्पष्ट नियमों द्वारा निषिद्ध नहीं हैं, उन्हें किया जा सकता है। इसका तात्पर्य है कि लोक सेवकों को सीमित नियमों के बावजूद सकारात्मक कार्य करने की छूट हो सकती है, बशर्ते वे कानूनी और नैतिक सीमाओं का पालन करें।
लोक सेवक के संदर्भ में उदाहरण
1. अनियंत्रित स्थितियों में कार्य: COVID-19 महामारी के दौरान, अधिकारियों ने आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थापना और लॉकडाउन लागू करने के निर्णय लिए। इन निर्णयों के लिए स्पष्ट नियम नहीं थे, लेकिन सार्वजनिक भलाई के लिए यह कार्रवाई की गई।
2. कानूनी और नैतिक सीमाएं: बिहार शराब घोटाला (2016) में, अधिकारियों ने अवैध शराब को नियंत्रित करने के प्रयास में कड़े कदम उठाए, लेकिन कुछ कार्य विधियों ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया। यह दर्शाता है कि अच्छे उद्देश्यों के बावजूद, कानूनी और नैतिक सीमाओं का पालन अनिवार्य है।
निष्कर्ष: लोक सेवक को सकारात्मक उद्देश्यों के लिए काम करते समय कानूनी और नैतिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए। अभिव्यक्तिपरक या स्पष्ट रूप से निषिद्ध नहीं किए गए कार्यों की अनुमति है, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि ये कार्य कानून और नैतिकता का उल्लंघन न करें।