आप एक बड़े नगर के निगम आयुक्त हैं तथा आपकी छबि एक अत्यंत ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी की है। आपके नगर में एक विशाल बहुउद्देशीय मॉल निर्माणाधीन है जिसमें बड़ी संख्या में दैनिक मजदूरी पाने वाले श्रमिक कार्यरत हैं। मानसून के दौरान एक रात छत का बड़ा भाग गिर जाता है जिससे चार श्रमिकों की तात्कालिक मृत्यु हो जाती है जिनमें दो अवयस्क हैं। अनेक श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल चिकित्सा सेवा की आवश्यकता थी। दुर्घटना से मचे हाहाकार ने सरकार को जाँच के आदेश देने हेतु बाध्य किया। आपकी प्रारंभिक जाँच में अनेक विसंगतियों का खुलासा हुआ। निर्माण में लाई गई सामग्री निम्न गुणवत्ता की थी। स्वीकृत निर्माण योजना में केवल एक निम्नतल की अनुमति थी लेकिन एक अतिरिक्त निम्नतल का निर्माण कर लिया गया। नगर निगम के इंस्पेक्टर द्वारा समय-समय पर किए गए निरीक्षण के दौरान इसको अनदेखा किया गया। अपनी जाँच के दौरान आपने पाया कि मास्टर प्लान में उल्लिखित हरित पट्टी एवं एक अभिगम मार्ग के प्रावधान के बाद भी मॉल के निर्माण को अनुमति प्रदान कर दी गई। मॉल के निर्माण की स्वीकृति पूर्व निगम आयुक्त के द्वारा दी गई थी जो न केवल आपके वरिष्ठ हैं और पेशेवर रूप से आपसे अच्छी तरह परिचित हैं, साथ ही आपके अच्छे मित्र भी हैं। प्रथमदृष्ट्या, यह प्रसंग नगर निगम के अधिकारियों और निर्माणकर्ता के बीच व्यापक सांठगांठ प्रतीत होता है। आपके सहकर्मी आप पर जाँच को मंद गति से करने का दबाव डाल रहे हैं। निर्माणकर्ता, जो कि समृद्ध और प्रभावशाली है, राज्य मंत्रिमंडल के एक शक्तिशाली मंत्री का निकट का रिश्तेदार है। निर्माणकर्ता आपको बड़ी राशि देने का वादा कर के प्रसंग को रफादफा करने के लिए बहला फुसला रहा है। वो यह भी ईशारा करता है कि यदि प्रसंग उसके हित में शीघ्र निपटाया नहीं जाता है तो कार्यालय में कोई आपके विरुद्ध यौन उत्पीड़न कार्यस्थल अधिनियम (पोश एक्ट) के अंतर्गत मामला दर्ज करने का इंतज़ार कर रही है। इस प्रसंग में निहित नीतिपरक मुद्दों का विवेचन कीजिए। इस परिस्थिति में आपके पास कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं ? आप के द्वारा चयनित क्रियाविधि को स्पष्ट कीजिए । (250 words) [UPSC 2020]
नागरिक प्रशासन में नैतिक मुद्दे और कार्रवाई की योजना
**1. नीतिपरक मुद्दों का विवेचन
a. सुरक्षा मानकों का उल्लंघन:
खराब गुणवत्ता की निर्माण सामग्री और अतिरिक्त निचले तल का निर्माण सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है। यह लापरवाही सीधे तौर पर श्रमिकों की मौत और गंभीर चोटों का कारण बनी है।
b. भ्रष्टाचार और सांठगांठ:
निगम अधिकारियों और निर्माणकर्ता के बीच भ्रष्टाचार और सांठगांठ की संभावना है, जो अनधिकृत निर्माण और मास्टर प्लान का उल्लंघन दर्शाती है। पूर्व निगम आयुक्त की संलिप्तता भी संदेहास्पद है।
c. दबाव और धमकियाँ:
आप पर जांच को धीमा करने का दबाव और निर्माणकर्ता द्वारा आपको रिश्वत देने की कोशिश, साथ ही आपके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराने की धमकी, आपकी निष्पक्षता और कार्यक्षमता को प्रभावित करने का प्रयास है।
**2. विकल्प उपलब्ध
a. स्वतंत्र और पारदर्शी जाँच:
b. धमकियों और दबाव का सामना:
c. कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई:
**3. चयनित क्रियाविधि
a. स्वतंत्र जाँच की शुरुआत:
मैं एक स्वतंत्र जाँच समिति का गठन करूंगा ताकि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता, निर्माण की अनियमितताएँ, और अधिकारियों की भूमिका की पारदर्शी जाँच की जा सके। यह कदम भ्रष्टाचार और लापरवाही को उजागर करने में सहायक होगा।
b. धमकियों और दबाव की रिपोर्टिंग:
धमकियों और रिश्वत के प्रयासों को रिकॉर्ड करूंगा और उच्च अधिकारियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सूचित करूंगा। यह सुनिश्चित करेगा कि जांच निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से चले।
c. तुरंत प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाइयाँ:
निर्माण कार्य को सुरक्षा मानकों के अनुपालन तक रोकूंगा और दोषी अधिकारियों और निर्माणकर्ता के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करूंगा। यह कार्यप्रणाली कानून और व्यवस्था को बनाए रखने में सहायक होगी।
निष्कर्ष:
इस मामले में नैतिकता, पारदर्शिता, और कानूनी दायित्वों का पालन अनिवार्य है। स्वतंत्र जाँच, धमकियों की रिपोर्टिंग, और सख्त कानूनी कार्रवाइयों के माध्यम से, आपको न केवल अपराधियों को दंडित करना है बल्कि जनता के विश्वास को भी बहाल करना है।