रामपुरा, एक सुदूर जनजाति बहुल जिला, अत्यधिक पिछड़ेपन और दयनीय निर्धनता से ग्रसित है। कृषि स्थानीय आबादी की आजीविका का मुख्य साधन है लेकिन बहुत छोटे भूस्वामित्व के कारण यह मुख्यतया निर्वाह-खेती तक सीमित है। औद्योगिक या खनन गतिविधियाँ यहाँ नगण्य हैं। यहाँ तक कि लक्ष्यित कल्याणकारी कार्यक्रमों से भी जनजाति आबादी को अपर्याप्त लाभ हुआ है। इस प्रतिबंधित परिदृश्य में, पारिवारिक आय के अनुपूरण हेतु युवाओं को समीप स्थित राज्यों में पलायन करना पड़ रहा है। अवयस्क लड़कियों की व्यथा यह है कि श्रमिक ठेकेदार उनके माता-पिता को बहला फुसला कर उन्हें एक नज़दीक राज्य में बी.टी. कपास फार्मों में काम करने भेज देते हैं। इन अवयस्क लड़कियों की कोमल अंगुलियां कपास चुनने के लिए अधिक उपयुक्त होती हैं। इन फार्मों में रहने और काम करने की अपर्याप्त स्थितियों के कारण अवयस्क लड़कियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याऐं पैदा हो गई हैं। मूल निवास और कपास फार्मों के जिलों में स्वयंसेवी संगठन भी निष्प्रभावी लगते हैं और उन्होंने क्षेत्र के बाल श्रम और विकास की दोहरी समस्याओं हेतु कोई ठोस प्रयास नहीं किए हैं। आप को रामपुरा का जिला कलेक्टर नियुक्त किया जाता है। यहाँ निहित नीतिपरक मुद्दों की पहचान कीजिए। अपने जिले के सम्पूर्ण आर्थिक परिदृश्य को सुधारने और अवयस्क लड़कियों की स्थितियों में सुधार लाने के लिए आप क्या विशिष्ट कदम उठायेंगे ? (250 words) [UPSC 2020]
A.
रामपुरा जिले के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य में सुधार के लिए विशिष्ट कदम
**1. नीतिगत मुद्दों की पहचान
a. सीमित कृषि भूमि और निर्वाह-खेती:
छोटे भूस्वामित्व के कारण, कृषि केवल निर्वाह-खेती तक सीमित है, जो गरीबी और निम्न उत्पादन की समस्याओं का कारण है।
b. औद्योगिक और खनन गतिविधियों का अभाव:
औद्योगिक और खनन गतिविधियों की कमी के कारण रोजगार के अवसर सीमित हैं, जो पलायन को प्रेरित करती है।
c. बाल श्रम और अवयस्क लड़कियों की असुरक्षा:
अवयस्क लड़कियों का शोषण, उनके स्वास्थ्य की समस्याएँ और बाल श्रम की स्थितियाँ स्पष्ट रूप से सामाजिक और कानूनी विफलताओं को दर्शाती हैं।
**2. संपूर्ण आर्थिक परिदृश्य को सुधारने के लिए कदम
a. कृषि सुधार और कृषि विविधता:
b. औद्योगिक और स्वरोजगार अवसर:
c. बाल श्रम और सामाजिक सुरक्षा:
**3. समाज के साथ सहभागिता और जागरूकता
a. जागरूकता अभियानों का संचालन:
समुदाय में जागरूकता अभियानों का संचालन करें ताकि लोगों को बाल श्रम, स्वास्थ्य, और शिक्षा के महत्व के बारे में जानकारी मिल सके।
b. स्थानीय प्रशासनिक सुधार:
स्थानीय प्रशासन को सशक्त बनाएं और सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में सुधार लाएं।
निष्कर्ष:
रामपुरा जिले की समग्र आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार के लिए, कृषि, औद्योगिक और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में समन्वित प्रयास करने होंगे। इन उपायों के माध्यम से, जिले की आर्थिक स्थिति में सुधार और अवयस्क लड़कियों की स्थिति में बदलाव संभव हो सकता है।