एक कर्मचारी अपने कार्यालय में रिश्वत ले रहा था। उसके अधिकारी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। अधिकारी जानता है कि यदि उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाता है, तो उसके वृद्ध माता-पिता बेघर व बेसहारा हो जायेंगे। इसलिये अधिकारी ने उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। कल्पना कीजिये कि आप वही अधिकारी हैं। इन स्थितियों में आप क्या करें? विस्तृत चर्चा करिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
स्वतंत्रता और नैतिकता के बीच संतुलन
**1. नैतिक दायित्व
पहले, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि नैतिक दायित्व निभाए जाएं। रिश्वत लेना एक गंभीर अपराध है, और इससे निपटने के लिए विधिक प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए।
**2. समाज और परिवार की सुरक्षा
वृद्ध माता-पिता की सामाजिक सुरक्षा का ध्यान रखते हुए, बर्खास्तगी के बजाय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है, जैसे अस्थायी निलंबन या अंतरिम वेतन कटौती। यह विकल्प परिवार को तत्काल संकट से बचाएगा।
**3. पुनर्वास और सुधार
कर्मचारी को पुनर्वास और सुधार के अवसर देने चाहिए, जैसे आर्थिक सहायता या पेशेवर प्रशिक्षण. इससे भविष्य में सुधार की संभावना बढ़ेगी और समाज को सकारात्मक संकेत मिलेगा।
**4. संविधानिक प्रावधान
सम्बंधित प्रावधानों का पालन करते हुए, एक विवेकपूर्ण निर्णय लिया जाना चाहिए जो नैतिकता और मानवता दोनों को ध्यान में रखे।
इस प्रकार, एक सही और संतुलित निर्णय से नैतिक जिम्मेदारी, परिवार की सुरक्षा, और भविष्य की संभावनाओं के बीच संतुलन बनाया जा सकता है।