निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचार से क्या अभिप्राय है?
a. “आपको क्या करने का अधिकार है और आपको क्या करना उचित है के बीच के अंतर को जानना नैतिकता है।” -पॉटर स्टीवर्ट (150 words) [UPSC 2022]
b. “अगर किसी देश को भ्रष्टाचारमुक्त होना है और खूबसूरत दिमागों का देश बनना है, तो मैं दृढ़ता से मानता हूँ कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं, जो बदलाव ला सकते हैं। वे हैं पिता, माता और शिक्षक।” -ए० पी० जे० अब्दुल कलाम (150 words) [UPSC 2022]
c. “आपकी सफलता का आकलन इस बात से हो कि इसे पाने के लिए आपको क्या छोड़ना पड़ा।” -दलाई लामा (150 words) [UPSC 2022]
a. “आपको क्या करने का अधिकार है और आपको क्या करना उचित है के बीच के अंतर को जानना नैतिकता है।” – पॉटर स्टीवर्ट
पॉटर स्टीवर्ट के इस उद्धरण का अभिप्राय यह है कि नैतिकता केवल कानूनी अधिकारों के पालन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें यह समझना भी शामिल है कि किसी कार्रवाई का नैतिक पहलू क्या है। नैतिकता वह है जो सही और गलत के बीच का फर्क समझती है, न कि सिर्फ कानूनी सीमा के भीतर रहना। उदाहरण के लिए, किसी कंपनी के लिए यह कानूनी हो सकता है कि वह टैक्स छूट का लाभ उठाए, लेकिन नैतिक दृष्टिकोण से यह समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी से बचने जैसा हो सकता है। हालिया उदाहरण: फेसबुक और व्हाट्सएप द्वारा उपयोगकर्ता डेटा का दुरुपयोग, जो कानूनी रूप से सही हो सकता है लेकिन नैतिक रूप से विवादास्पद है।
b. “अगर किसी देश को भ्रष्टाचारमुक्त होना है और खूबसूरत दिमागों का देश बनना है, तो मैं दृढ़ता से मानता हूँ कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं, जो बदलाव ला सकते हैं। वे हैं पिता, माता और शिक्षक।” – ए० पी० जे० अब्दुल कलाम
ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का यह उद्धरण पारिवारिक और शैक्षिक प्रभाव की महत्वता को दर्शाता है। पिता, माता और शिक्षक बच्चे के नैतिक और मूल्यात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिता और माता घर में सच्चाई और ईमानदारी के मूल्यों को सिखाते हैं, जबकि शिक्षक स्कूल में आचार-व्यवहार और सामाजिक जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हालिया उदाहरण: मॉरल साइंस और वैल्यू एजुकेशन पाठ्यक्रमों का लक्ष्य बच्चों में नैतिक मूल्य विकसित करना है, जिससे भविष्य में भ्रष्टाचार की संभावना कम हो।
c. “आपकी सफलता का आकलन इस बात से हो कि इसे पाने के लिए आपको क्या छोड़ना पड़ा।” – दलाई लामा
दलाई लामा का यह उद्धरण सच्ची सफलता का मूल्यांकन संगर्ष और बलिदान के आधार पर करने की सलाह देता है। इसमें केवल प्राप्त उपलब्धियाँ ही नहीं, बल्कि सफलता के लिए की गई बलिदानों को भी महत्व देना चाहिए। सच्ची सफलता वह है जो नैतिकता और मूल्यों से समझौता किए बिना प्राप्त की जाती है। हालिया उदाहरण: स्वतंत्रता सेनानी जैसे महात्मा गांधी, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं की बलि दी, उनके संघर्ष और बलिदान ने उनकी सच्ची सफलता को दर्शाया।