भारत में कृषिभूमि धारणों के पतनोन्मुखी औसत आकार को देखते हुए, जिसके कारण अधिकांश किसानों के लिए कृषि अलाभकारी बन गई है, क्या संविदा कृषि को और भूमि को पट्टे पर देने को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ? इसके पक्ष-विपक्ष का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए । (200 words) [UPSC 2015]
संविदा कृषि और भूमि पट्टे पर देने की संभावनाएँ: पक्ष और विपक्ष
भारत में कृषिभूमि धारणाओं का पतनोन्मुख औसत आकार और अल्प लाभकारी कृषि के कारण, संविदा कृषि और भूमि पट्टे पर देने को बढ़ावा देने की संभावना पर विचार किया जा सकता है।
संविदा कृषि के पक्ष
संविदा कृषि के विपक्ष
भूमि पट्टे पर देने के पक्ष
भूमि पट्टे पर देने के विपक्ष
निष्कर्ष
संविदा कृषि और भूमि पट्टे पर देने के दोनों दृष्टिकोणों में लाभ और हानि के पहलू हैं। इनकी प्रभावशीलता और दीर्घकालिक सफलता के लिए यह महत्वपूर्ण है कि किसान हित और न्यायपूर्ण नीतियों को ध्यान में रखते हुए इन उपायों को लागू किया जाए।