क्या ऐन्टीबायोटिकों का अति-उपयोग और डॉक्टरी नुस्खे के बिना मुक्त उपलब्धता, भारत में औषधि प्रतिरोधी रोगों के आविर्भाव के अंशदाता हो सकते हैं? अनुवीक्षण और नियंत्रण की क्या क्रियाविधियाँ उपलब्ध है? इस सम्बन्ध में विभिन्न मुद्दों पर समालोचनापूर्वक चर्चा कीजिए। (200 words) [UPSC 2014]
परिचय: ऐन्टीबायोटिकों का अति-उपयोग और डॉक्टरी नुस्खे के बिना उनकी मुक्त उपलब्धता भारत में औषधि प्रतिरोधी रोगों के उदय के प्रमुख कारण हो सकते हैं। यह समस्या सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करती है, क्योंकि इससे ऐन्टीबायोटिक की प्रभावशीलता कम होती है और प्रतिरोधी बैक्टीरिया का प्रसार होता है।
औषधि प्रतिरोध के योगदानकर्ता:
अनुवीक्षण और नियंत्रण की क्रियाविधियाँ:
समीक्षा:
निष्कर्ष: ऐन्टीबायोटिकों का अति-उपयोग और नुस्खे के बिना उपलब्धता भारत में औषधि प्रतिरोधी रोगों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रभावी नियंत्रण के लिए नियामक ढांचे को मजबूत करना, स्टुअर्डशिप कार्यक्रमों को लागू करना, और जन जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। संबंधित मुद्दों पर ध्यान देकर ही इस समस्या का समाधान संभव है।