दिसम्बर 2004 को सुनामी भारत सहित चौदह देशों में तबाही लायी थी। सुनामी के होने के लिए जिम्मेदार कारकों पर एवं जीवन तथा अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले उसके प्रभावों पर चर्चा कीजिए। एन.डी.एम.ए. के दिशा निर्देशों (2010) के प्रकाश में, इस प्रकार की घटनाओं के दौरान जोखिम को कम करने की तैयारियों की क्रियाविधि का वर्णन कीजिए। (250 words) [UPSC 2017]
दिसंबर 2004 का सुनामी: जिम्मेदार कारक और प्रभाव
1. सुनामी के होने के लिए जिम्मेदार कारक:
1.1. भूकंप:
1.2. समुद्री भूस्खलन:
2. जीवन और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव:
2.1. जीवन की हानि:
2.2. अर्थव्यवस्था पर प्रभाव:
3. एन.डी.एम.ए. के दिशा निर्देशों (2010) के प्रकाश में जोखिम कम करने की क्रियाविधि:
3.1. आपातकालीन तैयारी और योजना:
3.2. संरचनात्मक और अवसंरचनात्मक सुधार:
3.3. जागरूकता और शिक्षा:
निष्कर्ष: