भारत में आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डी० आर० आर०) के लिए ‘सेंडाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप (2015-2030)’ हस्ताक्षरित करने से पूर्व एवं उसके पश्चात् किए गए विभिन्न उपायों का वर्णन कीजिए। यह प्रारूप ‘ह्योगो कार्रवाई प्रारूप, 2005 से किस प्रकार भिन्न है?
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) और सेंडाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप
1. सेंडाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप (2015-2030) के तहत किए गए उपाय:
2. सेंडाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप और ह्योगो कार्रवाई प्रारूप में भिन्नताएँ:
3. निष्कर्ष: सेंडाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप ने भारत में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के दृष्टिकोण को नया दिशा दिया है। इसके माध्यम से, स्थानीय स्तर पर सामुदायिक सशक्तिकरण और स्थिर विकास को प्राथमिकता दी गई है, जो ह्योगो प्रारूप की विशेषताएँ और दृष्टिकोण से भिन्न है।