यद्यपि 100 प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आई.) पहले से व्यापार प्रकाशन और सामान्य मनोरंजन चैनल जैसे समाचार-इतर मीडिया में अनुमत है, तथापि सरकार काफी कुछ समय से समाचार मीडिया में वर्धित एफ.डी.आई. के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। एफ.डी.आई. में बढ़ोतरी क्या अंतर पैदा करेगी ? समालोचनापूर्वक इसके पक्ष-विपक्ष का मूल्यांकन कीजिये। (200 words) [UPSC 2014]
समाचार मीडिया में वर्धित एफ.डी.आई. का प्रभाव
परिचय
वर्तमान में, व्यापार प्रकाशन और सामान्य मनोरंजन चैनल जैसे समाचार-इतर मीडिया में 100 प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आई.) की अनुमति है। हालांकि, सरकार समाचार मीडिया में एफ.डी.आई. बढ़ाने पर विचार कर रही है, जिससे कई संभावित बदलाव हो सकते हैं।
एफ.डी.आई. में बढ़ोतरी के पक्ष
एफ.डी.आई. में बढ़ोतरी के विपक्ष
निष्कर्ष
समाचार मीडिया में एफ.डी.आई. की बढ़ोतरी वित्तीय संसाधन और वैश्विक मानकों को बढ़ा सकती है, लेकिन इसके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा, संपादकीय स्वायत्तता, और सांस्कृतिक विविधता पर प्रभाव के खतरे भी हो सकते हैं। संतुलित दृष्टिकोण और उचित नियामक ढांचे के साथ इन पहलुओं को ध्यान में रखना आवश्यक है।