महिलाएँ जिन समस्याओं का सार्वजनिक एवं निजी दोनों स्थलों पर सामना कर रही हैं, क्या राष्ट्रीय महिला आयोग उनका समाधान निकालने की रणनीति बनाने में सफल रहा है? अपने उत्तर के समर्थन में तर्क प्रस्तुत कीजिए। (250 words) [UPSC 2017]
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राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women – NCW) का गठन 1992 में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा और उनके कल्याण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था। यह आयोग महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की जांच करता है, शिकायतों को सुनता है, और उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाता है। लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण है कि क्या आयोग अपनी रणनीतियों के माध्यम से महिलाओं की समस्याओं का प्रभावी समाधान निकालने में सफल रहा है।
सफलताएँ:
शिकायत निवारण: NCW ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा, उत्पीड़न, और अन्य अपराधों से संबंधित कई शिकायतों का निपटारा किया है। आयोग ने न केवल महिलाओं की शिकायतें सुनीं बल्कि उन्हें न्याय दिलाने के लिए कानूनी सहायता भी प्रदान की।
सुधारात्मक कदम: आयोग ने कई कानूनी सुधारों के लिए सिफारिशें दी हैं, जैसे घरेलू हिंसा के खिलाफ कानून, दहेज विरोधी कानून, और कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ कानून। इन कानूनों ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा तैयार किया है।
जागरूकता कार्यक्रम: NCW ने महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं, जिससे महिलाओं में जागरूकता बढ़ी है और वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हुई हैं।
चुनौतियाँ:
सीमित शक्तियाँ: NCW की शक्तियाँ सलाहकार और अनुशंसा तक सीमित हैं, जिसके कारण इसके सुझावों का कार्यान्वयन हमेशा नहीं हो पाता है। यह आयोग के प्रभाव को कम करता है।
संरचनात्मक चुनौतियाँ: आयोग के पास पर्याप्त वित्तीय और मानव संसाधन नहीं हैं, जिससे कई बार यह महिलाओं की समस्याओं का समाधान प्रभावी रूप से नहीं कर पाता है।
सामाजिक चुनौतियाँ: समाज में गहरी जड़ें जमा चुकी पितृसत्तात्मक मानसिकता और रूढ़िवादी सोच के चलते महिलाओं को न्याय दिलाने में बाधाएँ आती हैं।
निष्कर्ष:
NCW ने महिलाओं की समस्याओं के समाधान में कुछ हद तक सफलता पाई है, लेकिन इसकी सीमित शक्तियाँ और संरचनात्मक चुनौतियाँ इसे और अधिक प्रभावी बनाने में बाधक रही हैं। इसे और अधिक सक्षम और स्वतंत्र बनाने की आवश्यकता है, ताकि यह महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और उनके कल्याण में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सके।