क्या वैयक्तिक नैतिकता का प्रभाव लोक जीवन के निर्णयों पर पड़ता है। (125 Words) [UPPSC 2021]
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वैयक्तिक नैतिकता और लोक जीवन के निर्णय
1. निर्णय-निर्माण पर प्रभाव: वैयक्तिक नैतिकता निर्णय-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हाल का उदाहरण: नितिन गडकरी की नीतियों में पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देना उनके व्यक्तिगत नैतिक सिद्धांतों को दर्शाता है, जैसे कि उनके द्वारा प्रोत्साहित किए गए पर्यावरणीय सुधार।
2. सार्वजनिक विश्वास: नैतिक मूल्यों वाले नेता सार्वजनिक विश्वास और समर्थन को बढ़ावा देते हैं। उदाहरण: पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की नैतिकता और ईमानदारी ने उन्हें व्यापक सम्मान और विश्वास दिलाया, जो उनके प्रभावी सार्वजनिक सेवा का कारण बना।
3. नीति निर्माण: व्यक्तिगत नैतिकता नीतियों को समाज की आवश्यकताओं और मूल्यों के अनुसार ढालती है। उदाहरण: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत उनके व्यक्तिगत स्वच्छता और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
निष्कर्ष: वैयक्तिक नैतिकता लोक जीवन में महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावित करती है, सार्वजनिक विश्वास को बढ़ावा देती है और नीतियों को समाज की अपेक्षाओं के अनुसार आकार देती है।