आपको एक राज्य में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है। हाल ही में, आपके राज्य के दो लोक सेवकों से जुड़ा एक जटिल मुद्दा सामने आया है। दोनों अधिकारी जो अपनी-अपनी भूमिकाओं में उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं, सोशल मीडिया पर एक गंभीर सार्वजनिक झगड़े में उलझ गए हैं।अधिकारी A के द्वारा सोशल मीडिया पर कई इमेज और बयानों को पोस्ट करने के बाद यह विवाद शुरू हुआ, जिसका अंतर्निहित अर्थ यह था कि अधिकारी B, पोस्टिंग और पदोन्नति में अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए व्यक्तिगत संबंधों एवं नेटवर्किंग का इस्तेमाल कर रही है। हालांकि, यह कार्रवाई अप्रमाणित है लेकिन इसने अफवाहों का तूफान बड़ा कर दिया है, जिससे अधिकारी B की प्रतिष्ठा को काफी क्षति पहुंची।अनुक्रिया स्वरूप अधिकारी B ने सोशल मीडिया पर ही अपना बचाव किया तथा अधिकारी A पर अनैतिक प्रथाओं को अपनाने और गोपनीयता के उल्लंघन का आरोप लगाया। वह अपने आंतरिक विभागीय मुद्दों का खुलासा करके एक कदम आगे बढ़ गई, जिसमें अधिकारी A कथित तौर पर शामिल था। इन आरोपों ने न केवल संघर्ष को बढ़ाया बल्कि जनता के सामने संवेदनशील जानकारी भी उजागर कर दी।अधिकारी A के सोशल मीडिया पोस्ट को एक स्थानीय समाचार आउटलेट ने प्रमुखता से उठाया एवं उसे प्रचारित किया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई। यह मुद्दा अब राज्य प्रशासन के दायरे से बाहर चला गया है, जिससे सार्वजनिक अटकलें और मीडिया जांच तेज हो गई है।ये सभी घटनाएं सार्वजनिक मंच पर सामने आई, इससे लोक सेवाओं की छवि खराब हुई है और राज्य प्रशासन के काम-काज में व्यवधान पैदा हुआ। केंद्र सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए दबाव डाला गया है।
(a) इस प्रकरण में कौन-से नैतिक मुद्दे शामिल हैं?
(b) मुख्य सचिव के रूप में आपके पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं?
(c) आप कौन-सा विकल्प चुनेंगे और क्यों?
(250 शब्दों में उत्तर दें)
(a) नैतिक मुद्दे
(b) उपलब्ध विकल्प
(c) चुने गए विकल्प और कारण
मैं आंतरिक जांच समिति का गठन करूंगा और इसके साथ सार्वजनिक बयानों की निगरानी और मीडिया प्रबंधन का कदम उठाऊंगा।
इन उपायों से विवाद को उचित ढंग से सुलझाया जा सकता है, लोक सेवाओं की छवि को सुधारा जा सकता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकता है।