(a) “शिक्षा का अंतिम-उत्पाद एक ऐसा स्वतंत्र रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए, जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्रकृति की प्रतिकूलताओं से लड़ सके।” डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
(b) “क्षमा कोई कभी-कभार किया जाने वाला कार्य नहीं है। यह एक स्थायी अभिवृत्ति है।” मार्टिन लूथर किंग, जूनियर
(c) “यह आवश्यक नहीं है कि सबसे महान नेता वही हो जो महानतम कार्य करता है। यह वह व्यक्ति होता है जो लोगों से महानतम कार्य करवाता है।” रोनाल्ड रीगन
(150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
(a) डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का उद्धरण यह दर्शाता है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि एक ऐसा स्वतंत्र और रचनात्मक व्यक्ति तैयार करना भी है जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर सके। शिक्षा को सिखाने के बजाय समस्याओं का समाधान निकालने, स्व-निर्णय लेने, और प्राकृतिक और सामाजिक कठिनाइयों से लड़ने की क्षमता को बढ़ावा देना चाहिए।
(b) मार्टिन लूथर किंग, जूनियर का उद्धरण यह इंगित करता है कि क्षमा एक क्षणिक कार्य नहीं, बल्कि एक स्थायी मानसिकता है। क्षमा को आदत और मानसिकता के रूप में अपनाया जाना चाहिए, जिससे व्यक्तिगत और सामाजिक संबंधों में स्थायी शांति और समझ बनी रहे।
(c) रोनाल्ड रीगन का उद्धरण नेतृत्व के महत्व को रेखांकित करता है। एक प्रभावी नेता वह नहीं होता जो केवल व्यक्तिगत उपलब्धियां हासिल करता है, बल्कि वह होता है जो दूसरों को प्रेरित करता है और उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है। एक महान नेता अपनी टीम की क्षमता को पहचानता है और उन्हें महान कार्य करने के लिए सक्षम बनाता है।