वैश्वीकरण को परिभाषित कीजिये। भारत में ग्रामीण सामाजिक संरचना पर इसके प्रभाव का मूल्यांकन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2021]
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
वैश्वीकरण (Globalization) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से अर्थव्यवस्थाओं, संस्कृतियों, राजनीतिक व्यवस्थाओं, और सामाजिक संरचनाओं के बीच अंतर्राष्ट्रीय संपर्क और आदान-प्रदान बढ़ता है। इसमें आर्थिक, सूचनात्मक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक तत्व शामिल होते हैं, जो विभिन्न देशों और समाजों को आपस में जोड़ते हैं और एक वैश्विक नेटवर्क का निर्माण करते हैं।
भारत में ग्रामीण सामाजिक संरचना पर वैश्वीकरण के प्रभाव:
निष्कर्ष: वैश्वीकरण ने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास, सामाजिक बदलाव, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार, और संस्कृतिक प्रभाव के माध्यम से कई सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डाले हैं। इससे ग्रामीण समाज में समृद्धि और आधुनिकता का संचार हुआ है, लेकिन इसके साथ पारंपरिक मूल्यों और संस्कृतियों पर भी प्रभाव पड़ा है।