विभिन्न सेवा क्षेत्रकों के बीच सहयोग की आवश्यकता विकास प्रवचन का एक अंतर्निहित घटक रहा है । साझेदारी क्षेत्रकों के बीच पुल बनाती है। यह ‘सहयोग’ और ‘टीम भावना’ की संस्कृति को भी गति प्रदान कर देती है। उपरोक्त कथनों के प्रकाश में भारत के विकास प्रक्रम का परीक्षण कीजिए । (250 words) [UPSC 2019]
भारत के विकास प्रक्रम में विभिन्न सेवा क्षेत्रों के बीच सहयोग और साझेदारी की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह सहयोग न केवल विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होता है, बल्कि ‘सहयोग’ और ‘टीम भावना’ की संस्कृति को भी प्रोत्साहित करता है। निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से इस परिदृश्य की विवेचना की जा सकती है:
1. विभिन्न सेवा क्षेत्रों के बीच सहयोग:
भारत में विकास प्रक्रम को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न सेवा क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, और सूचना प्रौद्योगिकी के बीच सहयोग आवश्यक है। उदाहरण के लिए, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों के बीच साझेदारी से स्वास्थ्य शिक्षा के कार्यक्रम लागू किए जा सकते हैं, जो लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं।
2. साझेदारी और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP):
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत, सरकार और निजी क्षेत्र एक साथ मिलकर विकासात्मक परियोजनाओं को लागू करते हैं। सड़क निर्माण, मेट्रो परियोजनाएँ, और ऊर्जा क्षेत्र में PPP मॉडल ने सुधारात्मक और विकासात्मक उपायों को गति दी है। यह सहयोग निजी क्षेत्र की दक्षता और सरकारी क्षेत्र के संसाधनों का समन्वय करता है।
3. संघीय और राज्य स्तर पर समन्वय:
विकास प्रक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए संघीय और राज्य स्तर पर समन्वय आवश्यक है। स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा की गुणवत्ता, और बुनियादी ढांचे के विकास में राज्य और केंद्र सरकार के बीच सहयोग ने नीतिगत सुधार और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
4. टीम भावना और कार्यसंस्कृति:
विभिन्न सेवा क्षेत्रों के बीच सहयोग से टीम भावना और साझा उद्देश्य की भावना को बढ़ावा मिलता है। यह कर्मचारियों को एक साथ काम करने के लिए प्रेरित करता है और उन्हें साझा लक्ष्यों की प्राप्ति में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
5. स्थानीय और वैश्विक दृष्टिकोण:
स्थानीय और वैश्विक दृष्टिकोण के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग महत्वपूर्ण है। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के तहत, भारत ने विभिन्न देशों और संगठनों के साथ मिलकर विकास परियोजनाओं को साझा किया है, जो वैश्विक स्तर पर आर्थिक और सामाजिक समावेशन को प्रोत्साहित करता है।
इस प्रकार, भारत के विकास प्रक्रम में विभिन्न सेवा क्षेत्रों के बीच सहयोग और साझेदारी एक महत्वपूर्ण घटक है। यह न केवल विकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होता है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक सुधारों को भी प्रोत्साहित करता है।