सूचना और संप्रेषण प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) आधारित परियोजनाओं /कार्यक्रमों का कार्यान्वयन आम तौर पर कुछ विशेष महत्वपूर्ण कारकों की दृष्टि से ठीक नहीं रहता है। इन कारकों की पहचान कीजिए और उनके प्रभावी कार्यान्वयन के उपाय सुझाइए । (150 words) [UPSC 2019]
सूचना और संप्रेषण प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) आधारित परियोजनाओं के कार्यान्वयन में आमतौर पर निम्नलिखित महत्वपूर्ण कारक प्रभावित करते हैं:
1. संसाधनों की कमी:
आई.सी.टी. परियोजनाओं के लिए आवश्यक वित्तीय और तकनीकी संसाधनों की कमी अक्सर कार्यान्वयन में बाधा डालती है।
उपाय: परियोजनाओं के लिए स्थिर वित्तीय आवंटन और संसाधन प्रबंधन की योजना बनानी चाहिए।
2. तकनीकी जटिलता:
नई तकनीकी प्रणालियों को अपनाना और उन्हें एकीकृत करना जटिल हो सकता है, जिससे प्रौद्योगिकी की उचित तैनाती में समस्याएँ आती हैं।
उपाय: प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए जाएँ ताकि संबंधित कर्मी तकनीकी प्रणालियों को समझ सकें और सही तरीके से उपयोग कर सकें।
3. डिजिटल साक्षरता की कमी:
लोगों की डिजिटल साक्षरता की कमी के कारण आई.सी.टी. परियोजनाओं का प्रभाव सीमित हो सकता है।
उपाय: व्यापक डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम और जागरूकता अभियान चलाए जाएँ।
4. प्रवर्तन और निगरानी की कमी:
परियोजनाओं की प्रगति पर निगरानी और प्रवर्तन की कमी से कार्यान्वयन में ढिलाई होती है।
उपाय: सख्त निगरानी तंत्र और प्रगति रिपोर्टिंग प्रणाली स्थापित की जानी चाहिए।
इन उपायों के माध्यम से आई.सी.टी. आधारित परियोजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा सकता है।