तिरुक्कुरल व्यावसायिक नैतिकता के लिए शाश्वत मूल्यों और नैतिक सिद्धांतों पर आधारित एक सचेत और भाव-केंद्रित दृष्टिकोण की वकालत करता है, जिसके द्वारा व्यावसायिक नेतृत्व कर्ताओं के आचरण को नियंत्रित किया जाना चाहिए। वर्तमान समय में व्यवसायों द्वारा सामना किए जाने वाले नैतिक मुद्दे क्या हैं? तिरुक्कुरल की शिक्षाएं उनके समाधान में कैसे सहायता करेंगी? (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
वर्तमान में व्यवसायों द्वारा सामना किए जा रहे नैतिक मुद्दों में भ्रष्टाचार, पारदर्शिता की कमी, पर्यावरणीय संकट, और कर्मचारी शोषण शामिल हैं। तिरुक्कुरल की शिक्षाएं इन समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। तिरुक्कुरल व्यावसायिक नैतिकता को सत्य, ईमानदारी, और दयालुता पर आधारित मानता है, जो व्यवसायिक नेताओं को भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी से बचने के लिए प्रेरित करता है। इसके साथ ही, तिरुक्कुरल की शिक्षा यह भी बताती है कि समाज और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन करना आवश्यक है। यह दृष्टिकोण व्यवसायों को पारदर्शिता और सस्टेनेबिलिटी की ओर अग्रसर कर सकता है, जिससे नैतिक मुद्दों का समाधान किया जा सकता है और एक सकारात्मक व्यापारिक माहौल का निर्माण किया जा सकता है।