रूपा एक युवा लोक सेवक है और अपनी संतान के जन्म के तुरंत बाद और बिना अपने मातृत्व अवकाश को पूरा किए काम पर लौट आई है। हालांकि, उसने अपने बच्चे को कार्यालय में लाना शुरू कर दिया और वह बच्चे को गोद में लेकर बैठकों में भाग लेने लगी है। उसकी कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर अपलोड की गईं। कुछ लोग उसकी एक युवा व स्वतंत्र कार्यशील माता के रूप में प्रशंसा कर रहे हैं जबकि अन्य उसके द्वारा आधिकारिक कृत्यों को कम महत्व देने तथा अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों कर्तव्यों को पूरा करके एक साहसिक तस्वीर प्रस्तुत करने के प्रयास के कारण उसकी आलोचना भी कर रहे हैं। इस संदर्भ में निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(a) क्या आपको लगता है कि अधिकारी का कृत्य उचित था? क्या एक लोक सेवक के व्यक्तिगत और व्यावसायिक कर्तव्यों के बीच ओवरलैप होना चाहिए?
(b) क्या भारत में कार्य संस्कृति कार्यशील माताओं को उनकी दोहरी भूमिका निभाने से रोकती है? (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
(a) अधिकारी का कृत्य उचित था?
रूपा के कृत्य पर विचार करते हुए, यह कहना उचित होगा कि यह मामला निहायत व्यक्तिगत और संदर्भ पर निर्भर करता है। एक लोक सेवक के रूप में, उसे अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों को प्राथमिकता देना आवश्यक है, और साथ ही उसकी व्यक्तिगत परिस्थितियों का भी सम्मान होना चाहिए। यदि उसका कार्य प्रदर्शन प्रभावित नहीं हो रहा है और उसे मातृत्व अवकाश के समय में पर्याप्त सहायता प्राप्त हो रही है, तो उसके कृत्य को पूरी तरह से अनुचित मानना मुश्किल है।
हालांकि, एक लोक सेवक को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक कर्तव्यों के बीच संतुलन बनाए रखना चाहिए। सार्वजनिक सेवा की भूमिका में, कर्मचारी को पेशेवरता बनाए रखते हुए व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। यदि बच्चे को कार्यालय में लाना और बैठकें करना कार्य की प्रभावशीलता को प्रभावित नहीं करता, तो यह कृत्य व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सीमा में आ सकता है। लेकिन यदि इसका प्रभाव पेशेवर वातावरण पर पड़ रहा है या कार्य के लिए समर्पण पर सवाल उठ रहा है, तो इसे पुनः विचार करने की आवश्यकता हो सकती है।
(b) भारत में कार्य संस्कृति और कार्यशील माताओं
भारत में कार्य संस्कृति अक्सर कार्यशील माताओं के लिए चुनौतियों का सामना करती है, जिससे उनकी दोहरी भूमिका निभाना कठिन हो सकता है। पारंपरिक दृष्टिकोण में, कार्यस्थल पर मातृत्व अवकाश के बावजूद, महिला कर्मचारियों से अपेक्षाएँ होती हैं कि वे अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक कर्तव्यों का संतुलन बनाए रखें।
मुख्य समस्याएँ:
उपाय:
इन उपायों को लागू करके, कार्यस्थल पर मातृत्व से जुड़ी चुनौतियों को कम किया जा सकता है और कार्यशील माताओं के लिए एक अधिक सहायक वातावरण सुनिश्चित किया जा सकता है।