लिंग संबंधी नकारात्मक अभिवृत्ति के मूल कारणों की विवेचना कीजिये। यह इतनी दृढ़ क्यों है? (200 Words) [UPPSC 2021]
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लिंग संबंधी नकारात्मक अभिवृत्ति के मूल कारण
1. सांस्कृतिक और पारंपरिक धारणाएँ: पारंपरिक सांस्कृतिक मान्यताएँ और पुरानी परंपराएँ लिंग भेदभाव को बढ़ावा देती हैं। उदाहरण: कई समाजों में पुरुषों को उच्च दर्जा और महिलाओं को घरेलू भूमिकाओं तक सीमित माना जाता है, जिससे लिंग असमानता बढ़ती है।
2. शिक्षा और जागरूकता की कमी: शिक्षा की कमी और लिंग संवेदनशीलता के बारे में जागरूकता का अभाव लिंग भेदभाव को बढ़ावा देता है। उदाहरण: ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शिक्षा पर कम ध्यान और लड़कों को प्राथमिकता देना।
3. कानूनी और संस्थागत असमानताएँ: कानूनों और नीतियों की कमी या उनका प्रभावी कार्यान्वयन न होने के कारण लिंग भेदभाव में कमी नहीं आती। उदाहरण: महिला श्रम अधिकारों के प्रभावी कार्यान्वयन की कमी।
4. सामाजिक और आर्थिक असमानताएँ: महिलाओं और पुरुषों के बीच आर्थिक और सामाजिक असमानताएँ लिंग भेदभाव को बढ़ावा देती हैं। उदाहरण: कार्यस्थलों पर वेतन असमानता और उच्च पदों पर महिलाओं की कमी।
5. मीडिया और मनोरंजन का प्रभाव: मीडिया और मनोरंजन में लिंग भेदभाव वाले स्टीरियोटाइप को बढ़ावा दिया जाता है। उदाहरण: विज्ञापनों और फिल्में जो पारंपरिक लिंग भूमिकाओं को सुदृढ़ करती हैं।
क्यों इतनी दृढ़ है?
लिंग संबंधी नकारात्मक अभिवृत्ति सांस्कृतिक परंपराओं, शिक्षा की कमी, कानूनी संरचनाओं की कमी, सामाजिक असमानताओं और मीडिया के प्रभाव के कारण दृढ़ है। इन तत्वों के सम्मिलित प्रभाव से लिंग भेदभाव का उन्मूलन कठिन हो जाता है।
निष्कर्ष: लिंग संबंधी नकारात्मक अभिवृत्तियों को दूर करने के लिए सांस्कृतिक बदलाव, शिक्षा में सुधार, कानूनी सुधार और सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता है।