भारत में दिव्यांगजनों (PwDs) द्वारा सामना की जाने वाली बहुसंख्य चुनौतियों पर चर्चा कीजिए। साथ ही, दिव्यांगजनों के लिए उपबंधित विधायी प्रावधानों और समाज के इस वर्ग के उत्थान के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई पहलों का भी उल्लेख कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दें)
भारत में दिव्यांगजनों (PwDs) द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियाँ:
विधायी प्रावधान और सरकारी पहलों:
इन पहलुओं और प्रावधानों के बावजूद, दिव्यांगजनों के पूर्ण सशक्तिकरण के लिए निरंतर सुधार और समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। सरकार की नीतियाँ और योजनाएँ दिव्यांगजनों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, लेकिन समाज को भी उनके अधिकारों और सम्मान के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।