“भारत का संविधान अत्यधिक गतिशीलता की क्षमताओं के साथ एक जीवंत यंत्र है। यह प्रगतिशील समाज के लिये बनाया गया एक संविधान है।” जीने के अधिकार तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार में हो रहे निरंतर विस्तार के विशेष संदर्भ में उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए । (250 words) [UPSC 2023]
भारत का संविधान: गतिशीलता और प्रगतिशीलता के उदाहरण
जीने के अधिकार और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के निरंतर विस्तार:
**1. “जीने का अधिकार (Article 21):
**2. “व्यक्तिगत स्वतंत्रता (Article 19):
निष्कर्ष:
भारत का संविधान, अपने गतिशील दृष्टिकोण के माध्यम से, जीवन के अधिकार और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के दायरे में निरंतर विस्तार कर रहा है। यह संविधान प्रगतिशील समाज की आवश्यकताओं के अनुसार अद्यतित रहता है, और इसके द्वारा प्रदान किए गए अधिकारों की व्याख्या और संरक्षण में न्यायालयों की महत्वपूर्ण भूमिका है।