देश में बदलते सामाजिक परिदृश्य के मद्देनजर, मूल्यों की शिक्षा युवाओं के लिए न केवल कुशल बल्कि नैतिक रूप से मजबूत पेशेवर बनने हेतु तकनीकी शिक्षा के समान ही महत्वपूर्ण है। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
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बदलते सामाजिक परिदृश्य में, तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ मूल्यों की शिक्षा युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। तकनीकी शिक्षा युवाओं को पेशेवर कौशल और ज्ञान प्रदान करती है, जो करियर में सफलता के लिए आवश्यक हैं। वहीं, मूल्यों की शिक्षा नैतिकता, ईमानदारी, और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे गुणों को विकसित करती है।
मूल्यों की शिक्षा युवाओं को यह सिखाती है कि वे तकनीकी दक्षता के साथ-साथ एक आदर्श नागरिक भी बनें। यह उन्हें सही और गलत के बीच अंतर समझने, समाज के प्रति संवेदनशील रहने, और नैतिक निर्णय लेने में सक्षम बनाती है।
जब युवा नैतिक मूल्यों से सुसज्जित होते हैं, तो वे न केवल अपने करियर में सफल होते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन भी ला सकते हैं। इसलिए, तकनीकी शिक्षा के समान ही मूल्यों की शिक्षा भी आवश्यक है, ताकि युवा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझ सकें और एक सशक्त और नैतिक पेशेवर बन सकें।