अपने समय के प्रख्यात अर्थशास्त्रियों में से एक के रूप में, दादाभाई नौरोजी ने व्यवस्थित रूप से आर्थिक त्रुटियों पर विचार किया और भारतीयों की आर्थिक दुर्दशा के लिए जिम्मेदार कारकों का विल्लेषण किया। सविस्तार वर्णन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दें)
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दादाभाई नौरोजी एक प्रमुख भारतीय अर्थशास्त्री थे, जिन्होंने आर्थिक विकास और दुर्दशा के मुद्दों पर गहरा ध्यान दिया। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए उदार विचार प्रस्तुत किए, विशेषकर उद्योगों को प्रोत्साहित किया और देश के आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए उपाय सुझाए। नौरोजी ने आर्थिक त्रुटियों का परिचय देते हुए उनके मुख्य कारकों पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने भारतीयों की आर्थिक दुर्दशा के लिए समाज, सरकारी नीतियां, और अर्थव्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया और सुधार के लिए सुझाव दिए। नौरोजी के विचारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।