1857 का विप्लव ब्रिटिश शासन के पूर्ववर्ती सौ वर्षों में बार-बार घटित छोटे एवं बड़े स्थानीय विद्रोहों का चरमोत्कर्ष था । सुस्पष्ट कीजिए । (250 words) [UPSC 2019]
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
1857 का विप्लव: ब्रिटिश शासन के पूर्ववर्ती विद्रोहों का चरमोत्कर्ष
परिचय: 1857 का विप्लव, जिसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पहले महायुद्ध के रूप में भी जाना जाता है, ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक व्यापक जन आंदोलन था। यह विद्रोह ब्रिटिश शासन के पूर्ववर्ती सौ वर्षों में घटित विभिन्न छोटे और बड़े स्थानीय विद्रोहों का चरमोत्कर्ष था। इस विद्रोह ने स्पष्ट किया कि भारतीय समाज में ब्रिटिश साम्राज्यवाद के प्रति असंतोष और विद्रोह की भावना काफी गहरी और व्यापक थी।
पूर्ववर्ती विद्रोहों का इतिहास:
अंतिम विश्लेषण: 1857 का विप्लव उन सभी स्थानीय विद्रोहों का एकीकरण और ऊर्ध्वगामी परिणति था। यह विद्रोह एक व्यापक सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन था, जिसने ब्रिटिश शासन की नीतियों और क्रूरता के खिलाफ भारतीय जनमानस की गहरी असंतोषपूर्ण भावना को व्यक्त किया। इसने ब्रिटिश शासन को यह स्पष्ट किया कि भारतीय समाज में असंतोष की भावना न केवल स्थानीय स्तर पर थी, बल्कि एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के रूप में भी सामने आई।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य: हाल ही में, 1857 के विद्रोह की 150वीं सालगिरह पर आयोजित कार्यक्रमों और शोध ने इस विद्रोह की ऐतिहासिक महत्वता को पुनः प्रमाणित किया है। विवादास्पद मुद्दे, जैसे कि विद्रोह के नायकों की पुनः मान्यता और उनके योगदान को सही प्रकार से प्रस्तुत करना, आज भी महत्वपूर्ण हैं। इस प्रकार, 1857 का विप्लव ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय समाज के एकता और विरोध की भावना का प्रतीक बना हुआ है।