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'आम तौर पर कहा जाता है कि वैश्वीकरण सांस्कृतिक समांगीकरण को बढ़ावा देता है, परन्तु ऐसा प्रतीत होता है कि भारतीय समाज में उसके कारण सांस्कृतिक विशिष्टताएं सुदृढ़ हो गई हैं। सुस्पष्ट कीजिये । (250 words) [UPSC 2018]
वैश्वीकरण और भारतीय सांस्कृतिक विशिष्टताएँ: एक विश्लेषण परिचय: वैश्वीकरण को सामान्यतः सांस्कृतिक समांगीकरण (cultural homogenization) के रूप में देखा जाता है, जहां विभिन्न संस्कृतियों के बीच समानता और एकरूपता को बढ़ावा मिलता है। लेकिन भारत में वैश्वीकरण के प्रभाव ने सांस्कृतिक विशिष्टताओं को सुदृढ़ कRead more
वैश्वीकरण और भारतीय सांस्कृतिक विशिष्टताएँ: एक विश्लेषण
परिचय: वैश्वीकरण को सामान्यतः सांस्कृतिक समांगीकरण (cultural homogenization) के रूप में देखा जाता है, जहां विभिन्न संस्कृतियों के बीच समानता और एकरूपता को बढ़ावा मिलता है। लेकिन भारत में वैश्वीकरण के प्रभाव ने सांस्कृतिक विशिष्टताओं को सुदृढ़ किया है। यह स्थिति विभिन्न कारणों से उत्पन्न हुई है।
वैश्वीकरण का प्रभाव:
भारतीय सांस्कृतिक विशिष्टताओं की सुदृढ़ता:
निष्कर्ष: वैश्वीकरण ने भारत में सांस्कृतिक समांगीकरण को बढ़ावा देने के बजाय सांस्कृतिक विशिष्टताओं को सुदृढ़ किया है। संस्कृतिक पुनरुत्थान, स्थानीयता का उभार, और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे पहलुओं के माध्यम से भारतीय समाज ने वैश्वीकरण के प्रभावों के बावजूद अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखा है और उसे बढ़ावा दिया है।
See lessक्रिप्टोकरेंसी क्या है ? वैश्विक समाज को यह कैसे प्रभावित करती है? क्या यह भारतीय समाज को भी प्रभावित कर रही है ? (250 words) [UPSC 2021]
परिभाषा और कार्यप्रणाली: क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है, जो क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करके सुरक्षित की जाती है। यह मुद्रा ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होती है, जो एक वितरित लेज़र होती है और लेन-देन की पारदर्शिता और सुरक्षा को सुनिश्चित करती है। Bitcoin, Ethereum, और Ripple जैसे प्रमुख क्रिपRead more
परिभाषा और कार्यप्रणाली:
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है, जो क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करके सुरक्षित की जाती है। यह मुद्रा ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होती है, जो एक वितरित लेज़र होती है और लेन-देन की पारदर्शिता और सुरक्षा को सुनिश्चित करती है। Bitcoin, Ethereum, और Ripple जैसे प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी उदाहरण हैं।
वैश्विक समाज पर प्रभाव:
भारतीय समाज पर प्रभाव:
निष्कर्ष:
क्रिप्टोकरेंसी एक नई और क्रांतिकारी मुद्रा प्रणाली है जो वैश्विक और भारतीय समाज को आर्थिक, वित्तीय, और नियामक दृष्टिकोण से प्रभावित कर रही है। जबकि यह नवाचार और निवेश के नए अवसर प्रदान करती है, इसके साथ-साथ वित्तीय अपराधों और नियामक अनिश्चितता जैसी चुनौतियाँ भी उत्पन्न होती हैं। इन प्रभावों को समझने और प्रबंधित करने के लिए वैश्विक और भारतीय नीति निर्माताओं को सतर्क और समन्वित दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
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