Home/upsc: bharat me aadhunik rashtrawad (1858-1905)
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क्या कारण था कि उन्नीसवीं शताब्दी के अंत तक आते-आते 'नरमदलीय' अपनी घोषित विचारधारा एवं राजनीतिक लक्ष्यों के प्रति राष्ट्र के विश्वास को जगाने में असफल हो गए थे ? (150 words) [UPSC 2017]
उन्नीसवीं शताब्दी के अंत तक 'नरमदलीय' (Moderates) भारतीय राजनीति में अपेक्षित प्रभाव और समर्थन प्राप्त करने में असफल रहे। इसके कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित थे: आत्मसंतोषी दृष्टिकोण: नरमदलीय नेताओं का आत्मसंतोषी दृष्टिकोण और ब्रिटिश शासन के साथ समझौता करने की नीति ने उन्हें राष्ट्रवादी जनसमर्थन से वंचिRead more
उन्नीसवीं शताब्दी के अंत तक ‘नरमदलीय’ (Moderates) भारतीय राजनीति में अपेक्षित प्रभाव और समर्थन प्राप्त करने में असफल रहे। इसके कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित थे:
इन कारणों से, नरमदलीय अपने लक्ष्यों और विचारधारा के प्रति व्यापक राष्ट्र विश्वास जगाने में विफल रहे।
See lessलॉर्ड कर्जन की नीतियों एवं राष्ट्रीय आंदोलन पर उनके दूरगामी प्रभावों का मूल्यांकन कीजिए । (150 words)[UPSC 2020]
लॉर्ड कर्जन की नीतियों और राष्ट्रीय आंदोलन पर उनके दूरगामी प्रभाव लॉर्ड कर्जन की नीतियाँ: शैक्षिक नीतियाँ: लॉर्ड कर्जन (1899-1905) ने शैक्षिक नीतियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए, विशेषकर उच्च शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने यूनिवर्सिटी एक्ट 1904 के माध्यम से भारतीय विश्वविद्यालयों को सरकार कRead more
लॉर्ड कर्जन की नीतियों और राष्ट्रीय आंदोलन पर उनके दूरगामी प्रभाव
लॉर्ड कर्जन की नीतियाँ:
राष्ट्रीय आंदोलन पर प्रभाव:
हाल के उदाहरण:
निष्कर्ष:
लॉर्ड कर्जन की नीतियाँ भारतीय समाज और राजनीति पर गहरे प्रभाव छोड़ गईं। उनकी शैक्षिक और प्रशासनिक नीतियाँ और विभाजन की नीति ने राष्ट्रीय आंदोलन को नई ऊर्जा दी और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को प्रेरित किया। इन नीतियों ने राजनीतिक जागरूकता, संगठनात्मक शक्ति, और स्वतंत्रता संघर्ष की दिशा को स्पष्ट किया।
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