प्रवासी भारतीयों का भारत के आर्थिक व्यवस्था में योगदान पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।(125 Words) [UPPSC 2018]
भारतीय प्रवासी और अमेरिका में राष्ट्रीय हितों के संवर्धन में उनकी भूमिका 1. आर्थिक योगदान: निवेश और व्यापार: भारतीय प्रवासी अमेरिका में उद्योगों और व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने निवेश, व्यापार सहयोग और संयुक्त उद्यमों के माध्यम से भारत-अमेरिका के आर्थिक संबंधों को सशक्त किया है।Read more
भारतीय प्रवासी और अमेरिका में राष्ट्रीय हितों के संवर्धन में उनकी भूमिका
1. आर्थिक योगदान:
- निवेश और व्यापार: भारतीय प्रवासी अमेरिका में उद्योगों और व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने निवेश, व्यापार सहयोग और संयुक्त उद्यमों के माध्यम से भारत-अमेरिका के आर्थिक संबंधों को सशक्त किया है। उदाहरण के लिए, भारतीय टेक्नोलॉजी कंपनियाँ अमेरिका में नौकरियाँ और निवेश उत्पन्न कर रही हैं।
2. राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभाव:
- लॉबिंग और प्रतिनिधित्व: भारतीय प्रवासी राजनीतिक लॉबिंग और सांस्कृतिक संगठनों के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय हितों को बढ़ावा दे रहे हैं। अमेरिकी राजनीतिक नेताओं और कांग्रेस में भारतीय मूल के प्रतिनिधि जैसे प्रमोद जॉर्ज ने भारत-अमेरिका संबंधों को सुदृढ़ किया है।
- सांस्कृतिक समन्वय: भारतीय प्रवासी अमेरिकी समाज में सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देते हैं और भारत की संस्कृति और परंपराओं का प्रसार करते हैं, जिससे भारत की मुलायम शक्ति को बढ़ावा मिलता है।
3. शैक्षिक और वैज्ञानिक योगदान:
- अनुसंधान और नवाचार: भारतीय प्रवासी वैज्ञानिक और शैक्षिक पेशेवर अमेरिका में अनुसंधान और नवाचार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इससे भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा मिलता है और दोनों देशों के बीच प्रविधिक साझेदारी को सुदृढ़ किया जा रहा है।
4. समाज सेवा और नेटवर्किंग:
- समाज सेवा: भारतीय प्रवासी अमेरिका में समाज सेवा और धनराशि के माध्यम से भारत के सामाजिक विकास परियोजनाओं को समर्थन देते हैं।
निष्कर्ष: भारतीय प्रवासी अमेरिका में आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, और शैक्षिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देकर भारत के राष्ट्रीय हितों के संवर्धन में एक प्रमुख परिसंपत्ति के रूप में उभरे हैं। उनका यह योगदान दोनों देशों के संबंधों को और भी मजबूत बनाता है।
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प्रवासी भारतीयों का भारत के आर्थिक व्यवस्था में योगदान 1. निवेश और प्रेषण: प्रवासी भारतीय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) और प्रेषण के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय-अमेरिकियों द्वारा किए गए निवेश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दिया है, और प्रेषण नRead more
प्रवासी भारतीयों का भारत के आर्थिक व्यवस्था में योगदान
1. निवेश और प्रेषण: प्रवासी भारतीय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) और प्रेषण के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय-अमेरिकियों द्वारा किए गए निवेश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दिया है, और प्रेषण ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है।
2. कौशल हस्तांतरण और उद्यमिता: प्रवासी भारतीय विशेषज्ञता और नवाचार लाते हैं। नंदन नीलेकणी और सुंदर पिचाई जैसे व्यक्तियों ने भारत में तकनीकी स्टार्टअप्स और उद्योगों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
3. दान और विकास परियोजनाएँ: प्रवासी भारतीयों के दान और फ philanthropic प्रयासों से कई विकास परियोजनाओं को समर्थन मिला है। रतन टाटा की शिक्षण संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए की गई योगदान इसका उदाहरण है।
निष्कर्ष: प्रवासी भारतीय भारत के आर्थिक परिदृश्य को निवेश, कौशल हस्तांतरण, और दान के माध्यम से आकार देते हैं।
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