Home/UKPSC Mains Old Year Questions/Page 25
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ऋग्वैदिक व उत्तर वैदिक काल की संक्षेप में तुलना कीजिए। [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
ऋग्वैदिक काल (लगभग 1500-1200 ई.पू.) और उत्तर वैदिक काल (लगभग 1200-600 ई.पू.) में महत्वपूर्ण अंतर हैं। ऋग्वैदिक काल में मुख्यतः ऋग्वेद का संकलन हुआ, जिसमें देवताओं की आराधना, यज्ञों का महत्व और प्राकृतिक घटनाओं का वर्णन है। इस काल में समाज मुख्यतः आर्य जनजातियों का था, जो मुख्यतः कृषि और पशुपालन मेंRead more
ऋग्वैदिक काल (लगभग 1500-1200 ई.पू.) और उत्तर वैदिक काल (लगभग 1200-600 ई.पू.) में महत्वपूर्ण अंतर हैं।
ऋग्वैदिक काल में मुख्यतः ऋग्वेद का संकलन हुआ, जिसमें देवताओं की आराधना, यज्ञों का महत्व और प्राकृतिक घटनाओं का वर्णन है। इस काल में समाज मुख्यतः आर्य जनजातियों का था, जो मुख्यतः कृषि और पशुपालन में संलग्न थे।
उत्तर वैदिक काल में वेदों के अन्य संहिताएँ (यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद) का विकास हुआ। इस काल में समाज अधिक जटिल हो गया, जिसमें वर्ण व्यवस्था, नगरों का विकास और व्यापार का विस्तार देखा गया। धार्मिक विचारों में भी परिवर्तन आया, जिसमें उपनिषदों का उदय हुआ, जो दार्शनिकता और आत्मा के ज्ञान पर केंद्रित थे।
संक्षेप में, ऋग्वैदिक काल में प्राथमिकता धार्मिक और प्राकृतिक जीवन पर थी, जबकि उत्तर वैदिक काल में सामाजिक और दार्शनिक विकास की ओर ध्यान केंद्रित हुआ।
See lessकहा जाता है कि 'भारत का सॉफ्ट पॉवर कौशल भारत को एक बार फिर विश्व गुरु बना सकता है' । भारत की सॉफ्ट पॉवर नीति की पृष्ठभूमि में इस कथन का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
"भारत का सॉफ्ट पॉवर कौशल भारत को एक बार फिर विश्व गुरु बना सकता है" कथन सटीक है, क्योंकि सॉफ्ट पॉवर में सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव का समावेश होता है। भारत की सॉफ्ट पॉवर नीति का उद्देश्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, विविधता, और लोकतांत्रिक मूल्यों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना है। भारRead more
“भारत का सॉफ्ट पॉवर कौशल भारत को एक बार फिर विश्व गुरु बना सकता है” कथन सटीक है, क्योंकि सॉफ्ट पॉवर में सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव का समावेश होता है। भारत की सॉफ्ट पॉवर नीति का उद्देश्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, विविधता, और लोकतांत्रिक मूल्यों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना है।
भारत ने योग, आयुर्वेद, फिल्म उद्योग, और साहित्य जैसे क्षेत्रों में अपनी सॉफ्ट पॉवर को मजबूत किया है। यह न केवल अन्य देशों के साथ संबंध स्थापित करने में मदद करता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और मूल्यों को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित करता है।
हालांकि, चुनौतियाँ भी हैं, जैसे कि राजनीतिक स्थिरता की कमी और सामाजिक असमानताएँ, जो सॉफ्ट पॉवर को प्रभावित कर सकती हैं। भारत को अपने सॉफ्ट पॉवर को प्रभावी बनाने के लिए सतत विकास, शिक्षा, और वैश्विक सहयोग की दिशा में कार्य करना आवश्यक है। इस प्रकार, सही रणनीतियों के माध्यम से भारत अपनी सॉफ्ट पॉवर का उपयोग कर पुनः विश्व गुरु बन सकता है।
See lessWhat were the immediate and far reaching consequences for the movement of a separate State for Uttarakhand?. [Answer Limit: 50 words] [UKPSC 2023]
The immediate consequences of the Uttarakhand separate state movement included heightened activism and government dialogue. Long-term effects included the establishment of Uttarakhand as a state in 2000, enhanced regional development, increased tourism, and efforts to preserve local culture, signifiRead more
The immediate consequences of the Uttarakhand separate state movement included heightened activism and government dialogue. Long-term effects included the establishment of Uttarakhand as a state in 2000, enhanced regional development, increased tourism, and efforts to preserve local culture, significantly impacting social and economic growth in the region.
See lessउत्तराखण्ड की स्टार्ट-अप नीति का परीक्षण कीजिए। 'उत्तराखण्ड कॉन्क्लेव और ग्रैंड चैलेंज 2022' उत्तराखण्ड के उद्यमियों के लिए एक सक्रिय स्टार्ट-अप इको-सिस्टम सुनिश्चित करने के लिए किस प्रकार से संकल्प करता है ? [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
उत्तराखण्ड की स्टार्ट-अप नीति, 2022, स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित करने, नवाचार को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को सशक्त करने के लिए बनाई गई है। यह नीति वित्तीय सहायता, तकनीकी समर्थन, और आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करती है, जिससे स्टार्ट-अप्स को शुरुआती चरण में आवश्यक संसाधन मिल सकें। 'उत्तराखण्ड कॉन्Read more
उत्तराखण्ड की स्टार्ट-अप नीति, 2022, स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित करने, नवाचार को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को सशक्त करने के लिए बनाई गई है। यह नीति वित्तीय सहायता, तकनीकी समर्थन, और आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करती है, जिससे स्टार्ट-अप्स को शुरुआती चरण में आवश्यक संसाधन मिल सकें।
‘उत्तराखण्ड कॉन्क्लेव और ग्रैंड चैलेंज 2022’ का उद्देश्य एक सक्रिय स्टार्ट-अप इको-सिस्टम बनाना है। यह कार्यक्रम उद्यमियों को नेटवर्किंग, निवेशकों से मिलने, और अपने विचारों को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करता है। इसके तहत, विजेता स्टार्ट-अप्स को वित्तीय सहायता, मेंटरिंग, और संसाधनों का समर्थन दिया जाता है।
इस प्रकार, यह कार्यक्रम उद्यमिता को बढ़ावा देते हुए स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जिससे उत्तराखण्ड में एक समृद्ध स्टार्ट-अप कल्चर विकसित हो सके।
See lessउत्तराखण्ड के एक पृथक राज्य हेतु आन्दोलन के तत्कालीन एवं दीर्घकालीन परिणाम क्या थे ? [उत्तर सीमा: 50 शब्द] [UKPSC 2023]
उत्तराखंड के पृथक राज्य हेतु आंदोलन के तत्कालीन परिणामों में आंदोलनकारियों की सक्रियता और सरकारी संवाद शामिल थे। दीर्घकालिक परिणामों में 2000 में उत्तराखंड राज्य का गठन, क्षेत्रीय विकास, पर्यटन में वृद्धि, और स्थानीय संस्कृति के संरक्षण की दिशा में प्रयास हुए, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावाRead more
उत्तराखंड के पृथक राज्य हेतु आंदोलन के तत्कालीन परिणामों में आंदोलनकारियों की सक्रियता और सरकारी संवाद शामिल थे। दीर्घकालिक परिणामों में 2000 में उत्तराखंड राज्य का गठन, क्षेत्रीय विकास, पर्यटन में वृद्धि, और स्थानीय संस्कृति के संरक्षण की दिशा में प्रयास हुए, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला।
See less30. 'भारत के राष्ट्रपति के रूप में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का चुनाव महिला सशक्तिकरण से महिला नेतृत्व वाले विकास यात्रा की एक अभिव्यक्ति है।' इस कथन के आलोक में, वंचित वर्गों के लिए श्रीमती मुर्मू की राष्ट्रपति जीत के निहितार्थों का आकलन कीजिए । [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुनाव महिला सशक्तिकरण और वंचित वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी जीत ने न केवल महिलाओं के नेतृत्व की क्षमता को प्रदर्शित किया है, बल्कि यह आदिवासी समुदायों और अन्य marginalized समूहों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी है। उनके राष्ट्रपति बनRead more
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुनाव महिला सशक्तिकरण और वंचित वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी जीत ने न केवल महिलाओं के नेतृत्व की क्षमता को प्रदर्शित किया है, बल्कि यह आदिवासी समुदायों और अन्य marginalized समूहों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी है।
उनके राष्ट्रपति बनने से वंचित वर्गों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व में वृद्धि का एहसास हुआ है। यह उनकी समस्याओं और अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करेगा। इसके अलावा, श्रीमती मुर्मू के नेतृत्व में, सरकार द्वारा विकास योजनाओं में समावेशिता और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी जा सकती है।
यह जीत यह दर्शाती है कि भारतीय राजनीति में विविधता और समावेशिता का महत्व है, जिससे सभी वर्गों को समान अवसर और सम्मान मिल सके। उनके निर्वाचन ने एक सकारात्मक संदेश दिया है कि सभी वर्गों की आवाज़ें सुनी जाएँगी और उनके अधिकारों की रक्षा की जाएगी।
See lessThrow light upon Gaura Devi, the mother of Chipko Movement. [Answer Limit: 50 words] [UKPSC 2023]
Gaura Devi, a pivotal figure in the Chipko Movement, led villagers in Uttarakhand in 1974 to protect trees from deforestation. Her courage inspired collective action among women, highlighting environmental conservation and social justice. Gaura Devi's leadership became a symbol of women's empowermenRead more
Gaura Devi, a pivotal figure in the Chipko Movement, led villagers in Uttarakhand in 1974 to protect trees from deforestation. Her courage inspired collective action among women, highlighting environmental conservation and social justice. Gaura Devi’s leadership became a symbol of women’s empowerment and grassroots activism in India.
See less'सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड' क्या हैं? केन्द्र सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड योजना 2022-23 की मुख्य विशेषताओं तथा उपयोगिता पर चर्चा कीजिए। [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड एक सरकारी सुरक्षा है, जो निवेशकों को सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित और आसान तरीका प्रदान करती है। यह बॉण्ड मूल्य के अनुसार सोने के वास्तविक कीमत से जुड़ा होता है, जिससे निवेशक सोने की कीमत में बढ़ोतरी का लाभ उठा सकते हैं। केन्द्र सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड योजना 2022-23 की मुRead more
सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड एक सरकारी सुरक्षा है, जो निवेशकों को सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित और आसान तरीका प्रदान करती है। यह बॉण्ड मूल्य के अनुसार सोने के वास्तविक कीमत से जुड़ा होता है, जिससे निवेशक सोने की कीमत में बढ़ोतरी का लाभ उठा सकते हैं।
केन्द्र सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड योजना 2022-23 की मुख्य विशेषताएँ हैं:
उपयोगिता: यह योजना सोने में निवेश का एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करती है, जो सोने की कीमत में वृद्धि से लाभान्वित होने का अवसर देती है। इसके अलावा, यह काले धन को वैध बनाने में भी मदद करती है।
See lessचिपको आन्दोलन की जननी गौरा देवी पर प्रकाश डालिए । [उत्तर सीमा: 50 शब्द] [UKPSC 2023]
गौरा देवी चिपको आंदोलन की प्रमुख नेता थीं, जिन्होंने 1974 में उत्तराखंड के गांवों में वृक्षों की रक्षा के लिए महिलाएं एकत्रित कीं। उन्होंने सरकारी नीतियों के खिलाफ संघर्ष किया, जिससे पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उनका योगदान महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बना।
गौरा देवी चिपको आंदोलन की प्रमुख नेता थीं, जिन्होंने 1974 में उत्तराखंड के गांवों में वृक्षों की रक्षा के लिए महिलाएं एकत्रित कीं। उन्होंने सरकारी नीतियों के खिलाफ संघर्ष किया, जिससे पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उनका योगदान महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बना।
See lessDescribe the circumstances that weakened Humayun's position after Chausa. Was it possible to bring them under control? [Answer Limit: 50 words] [UKPSC 2023]
After Chausa, Humayun's position weakened due to political instability, Afghan invasions, and discontent within his empire. He lost military support and faced internal dissent, making recovery difficult. While it was theoretically possible to regain control, lack of resources and timely assistance hRead more
After Chausa, Humayun’s position weakened due to political instability, Afghan invasions, and discontent within his empire. He lost military support and faced internal dissent, making recovery difficult. While it was theoretically possible to regain control, lack of resources and timely assistance hindered his efforts to re-establish authority.
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