द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् वैश्विक स्तर पर विश्वशांति के लिये किये गये प्रयासों का वर्णन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
Ignorance is bliss, as they say. People spreading hate are going through issue of their own, have socio-emotional problems for which they find outlet in writing spiteful words against strangers. Many of them are not even courageous enough to have their own photograph in the DP, because they do fearRead more
Ignorance is bliss, as they say. People spreading hate are going through issue of their own, have socio-emotional problems for which they find outlet in writing spiteful words against strangers. Many of them are not even courageous enough to have their own photograph in the DP, because they do fear the consequences. Yet find sadistic pleasure in hurting others with unnecessary comments, rude and untruthful words. Replying them is just a waste of time. They need therapy and counselling instead.
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द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् वैश्विक स्तर पर विश्वशांति के प्रयास 1. संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को की गई। इसका उद्देश्य वैश्विक शांति, सुरक्षा, और सहयोग को बढ़ावा देना था। सुरक्षा परिषद, आर्थिक और सामाजिक परिषद, और सRead more
द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् वैश्विक स्तर पर विश्वशांति के प्रयास
1. संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को की गई। इसका उद्देश्य वैश्विक शांति, सुरक्षा, और सहयोग को बढ़ावा देना था। सुरक्षा परिषद, आर्थिक और सामाजिक परिषद, और संस्कृति एवं शिक्षा संगठन (UNESCO) जैसे विभिन्न अंग इसकी शांति और सहयोग की दिशा में काम कर रहे हैं।
2. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)
विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी। इसका लक्ष्य वैश्विक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और महामारियों और स्वास्थ्य संकटों के खिलाफ लड़ना है। हाल ही में, COVID-19 महामारी के दौरान WHO ने वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य नीतियाँ और सहायता प्रदान की।
3. परमाणु हथियारों के नियंत्रण के प्रयास
1945 में परमाणु बम के उपयोग के बाद, आणविक हथियारों के नियंत्रण के प्रयास तेज हुए। अणु ऊर्जा आयोग और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) ने परमाणु हथियारों के प्रसार को सीमित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पेरिस जलवायु समझौता (2015) भी वैश्विक संकटों के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
4. क्षेत्रीय सुरक्षा संधियाँ और समझौतें
नाटो (NATO) और शंघाई सहयोग संगठन जैसे क्षेत्रीय सुरक्षा संधियाँ ने विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा सहयोग और शांति प्रयास को प्रोत्साहित किया है।
5. वैश्विक संधियाँ और सम्मेलन
जेनिवा संधियाँ और मध्यस्थता जैसे सम्मेलन ने मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय मानक स्थापित किए हैं। म्यांमार और यमन जैसे संघर्षों में शांति प्रयासों को भी वैश्विक समर्थन मिला है।
इन प्रयासों ने वैश्विक शांति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, हालांकि चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं।
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