ज्वालामुखियों के वैश्विक वितरण का विवरण दीजिए और समझाइए कि वे मुख्य रूप से प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर क्षेत्र में क्यों केंद्रित हैं।(उत्तर 200 शब्दों में दें)
ज्वालामुखियों का स्थानिक वितरण ज्वालामुखी गतिविधि के क्षेत्र में विभाजित होता है। यह वितरण विशेष गतिविधि जगह के अनुसार स्थानिक रूप से विभाजित होता है। पेटियों (बेल्ट्स) में स्थानिक वितरण: इन पेटियों में ज्वालामुखियों की धाराएं वितरित होती हैं और ये ज्वालामुखियों के क्षेत्रों के बीच क्षेत्रों में होतRead more
ज्वालामुखियों का स्थानिक वितरण ज्वालामुखी गतिविधि के क्षेत्र में विभाजित होता है। यह वितरण विशेष गतिविधि जगह के अनुसार स्थानिक रूप से विभाजित होता है।
- पेटियों (बेल्ट्स) में स्थानिक वितरण:
- इन पेटियों में ज्वालामुखियों की धाराएं वितरित होती हैं और ये ज्वालामुखियों के क्षेत्रों के बीच क्षेत्रों में होते हैं।
- मंडलों (जॉस) में स्थानिक वितरण:
- ज्वालामुखियों के मंडलों में स्थानिक वितरण के अंतर्गत वे क्षेत्रों के अंदर से विभाजित होते हैं और ये बारीक ज्वालामुखियों के क्षेत्र होते हैं।
इस प्रकार का स्थानिक वितरण ज्वालामुखियों की गतिविधि के आधार पर उनके स्थानीय वितरण को समझने में मदद करता है और सुरक्षितिकरण कार्रवाईयों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
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ज्वालामुखियों का वैश्विक वितरण ज्वालामुखी विश्वभर में विभिन्न क्षेत्रों में वितरित हैं, लेकिन उनका प्रमुख वितरण निम्नलिखित क्षेत्रों में होता है: प्रशांत महासागर का रिंग ऑफ फायर: यह सबसे सक्रिय ज्वालामुखी क्षेत्र है, जिसमें लगभग 75% विश्व के सक्रिय ज्वालामुखी शामिल हैं। इसमें जापान, इंडोनेशिया, फिलीRead more
ज्वालामुखियों का वैश्विक वितरण
ज्वालामुखी विश्वभर में विभिन्न क्षेत्रों में वितरित हैं, लेकिन उनका प्रमुख वितरण निम्नलिखित क्षेत्रों में होता है:
प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर में केंद्रित ज्वालामुखियों का कारण:
इस प्रकार, टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियाँ और सबडक्शन जोन की उपस्थिति रिंग ऑफ फायर में ज्वालामुखियों के घनत्व को बढ़ाती है।
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