ज्वालामुखी के उद्गार के कारणों की विवेचना कीजिये तथा उसके लावा के निक्षेपण से बने स्थल रूपों का वर्णन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
ज्वालामुखियों का स्थानिक वितरण ज्वालामुखी गतिविधि के क्षेत्र में विभाजित होता है। यह वितरण विशेष गतिविधि जगह के अनुसार स्थानिक रूप से विभाजित होता है। पेटियों (बेल्ट्स) में स्थानिक वितरण: इन पेटियों में ज्वालामुखियों की धाराएं वितरित होती हैं और ये ज्वालामुखियों के क्षेत्रों के बीच क्षेत्रों में होतRead more
ज्वालामुखियों का स्थानिक वितरण ज्वालामुखी गतिविधि के क्षेत्र में विभाजित होता है। यह वितरण विशेष गतिविधि जगह के अनुसार स्थानिक रूप से विभाजित होता है।
- पेटियों (बेल्ट्स) में स्थानिक वितरण:
- इन पेटियों में ज्वालामुखियों की धाराएं वितरित होती हैं और ये ज्वालामुखियों के क्षेत्रों के बीच क्षेत्रों में होते हैं।
- मंडलों (जॉस) में स्थानिक वितरण:
- ज्वालामुखियों के मंडलों में स्थानिक वितरण के अंतर्गत वे क्षेत्रों के अंदर से विभाजित होते हैं और ये बारीक ज्वालामुखियों के क्षेत्र होते हैं।
इस प्रकार का स्थानिक वितरण ज्वालामुखियों की गतिविधि के आधार पर उनके स्थानीय वितरण को समझने में मदद करता है और सुरक्षितिकरण कार्रवाईयों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
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ज्वालामुखी के उद्गार के कारण ज्वालामुखी (Volcano) के उद्गार के मुख्य कारण मग्मा (पिघला हुआ चट्टान) का पृथ्वी की सतह पर बाहर आना है। इसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं: प्लेट टेक्टोनिक्स: जब पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स आपस में टकराती हैं या अलग होती हैं, तो इससे मग्मा सतह की ओर बढ़ता है। उदाहरण के लिए,Read more
ज्वालामुखी के उद्गार के कारण
ज्वालामुखी (Volcano) के उद्गार के मुख्य कारण मग्मा (पिघला हुआ चट्टान) का पृथ्वी की सतह पर बाहर आना है। इसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
ज्वालामुखी के निक्षेपण से बने स्थल रूप
निष्कर्ष:
See lessज्वालामुखी के उद्गार के कारण भौतिक प्रक्रियाएँ होती हैं, जिनके परिणामस्वरूप विभिन्न स्थल रूप उत्पन्न होते हैं। इन स्थल रूपों का अध्ययन भूगर्भीय गतिविधियों और वातावरणीय बदलाव को समझने में सहायक होता है।