विश्व में खनिज तेल के असमान वितरण के बहुआयामी प्रभावों की विवेचना कीजिए । (250 words) [UPSC 2021]
हिमालय की वर्तमान अपवाह प्रणाली में क्रमिक नदी अपहरण (river capture) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह प्रक्रिया तब होती है जब एक नदी या नदी प्रणाली एक अन्य नदी की जलधारा को अपने प्रवाह में शामिल कर लेती है, जिससे नदी का मार्ग और अपवाह क्षेत्र बदल जाता है। हिमालय में, टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियों औRead more
हिमालय की वर्तमान अपवाह प्रणाली में क्रमिक नदी अपहरण (river capture) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह प्रक्रिया तब होती है जब एक नदी या नदी प्रणाली एक अन्य नदी की जलधारा को अपने प्रवाह में शामिल कर लेती है, जिससे नदी का मार्ग और अपवाह क्षेत्र बदल जाता है।
हिमालय में, टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियों और ऊँचाई में बदलाव के कारण, कई मौजूदा नदियाँ और उनकी धारा प्रकट हुईं। उदाहरण के लिए, सिंधु नदी प्रणाली ने कभी एक समय में पश्चिमी हिमालय से बहती नदियों की जलधारा को अपहृत किया। इसी तरह, गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियाँ भी अपने मौजूदा मार्ग में विभिन्न नदी प्रणालियों को अपने में समाहित करती गईं।
इन क्रमिक अपहरण प्रक्रियाओं ने हिमालय की नदी प्रणाली को जटिल और विविध बना दिया है, और इसके परिणामस्वरूप क्षेत्रीय जलवायु, बाढ़ की घटनाओं और भूगोल में महत्वपूर्ण बदलाव आया है।
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विश्व में खनिज तेल के असमान वितरण के बहुआयामी प्रभाव आर्थिक असमानताएँ: आय में विषमताएँ: खनिज तेल के असमान वितरण ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में आर्थिक विषमताएँ पैदा की हैं। मध्य पूर्व, जैसे कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात, में खनिज तेल की प्रचुरता ने इन देशों को अत्यधिक समृद्ध बनाया, जबकि अफ्रीका और दRead more
विश्व में खनिज तेल के असमान वितरण के बहुआयामी प्रभाव
आर्थिक असमानताएँ:
राजनीतिक और सामरिक प्रभाव:
पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव:
ऊर्जा सुरक्षा और वैकल्पिक ऊर्जा:
निष्कर्ष:
खनिज तेल का असमान वितरण वैश्विक आर्थिक, राजनीतिक, पर्यावरणीय, और सामाजिक परिदृश्यों पर व्यापक प्रभाव डालता है। यह आर्थिक विषमताओं, राजनीतिक संघर्षों, और पर्यावरणीय समस्याओं को जन्म देता है, साथ ही ऊर्जा सुरक्षा और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की दिशा में नवाचार की आवश्यकता को भी उजागर करता है।
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