उपसर्ग से क्या तात्पर्य है? उपसर्ग एवं प्रत्यय के दो-दो उदाहरण दीजिये। [उत्तर सीमा: 50 शब्द, अंक: 05] [UKPSC 2012]
पारंपरिक दृष्टि से संधि के तीन भेद हैं: स्वर संधि व्यंजन संधि दीर्घ संधि दीर्घ संधि: जब दो स्वर मिलकर एक दीर्घ स्वर बनाते हैं। उदाहरण: गौः + ईश्वर = गोईश्वर राम + इंद्र = रामेंद्र समास: निधड़क - द्वंद्व समास सेनापति - कर्मधारय समास
पारंपरिक दृष्टि से संधि के तीन भेद हैं:
- स्वर संधि
- व्यंजन संधि
- दीर्घ संधि
दीर्घ संधि: जब दो स्वर मिलकर एक दीर्घ स्वर बनाते हैं।
उदाहरण:
- गौः + ईश्वर = गोईश्वर
- राम + इंद्र = रामेंद्र
समास:
- निधड़क – द्वंद्व समास
- सेनापति – कर्मधारय समास
उपसर्ग: यह एक ऐसा श्रव्यांश है जो किसी शब्द के आगे लगकर उसका अर्थ बदलता है। उदाहरण: अ- (असत्य) अति- (अतिभव्य) प्रत्यय: यह शब्द के अंत में जुड़कर उसका अर्थ और रूप बदलता है। उदाहरण: -ता (सच्चाई) -इया (भारतीय) उपसर्ग: यह एक ऐसा श्रव्यांश है जो किसी शब्द के आगे लगकर उसका अर्थ बदलता है। उदाहरण: अ- (असत्यRead more
उपसर्ग: यह एक ऐसा श्रव्यांश है जो किसी शब्द के आगे लगकर उसका अर्थ बदलता है।
उदाहरण:
अ- (असत्य)
अति- (अतिभव्य)
प्रत्यय: यह शब्द के अंत में जुड़कर उसका अर्थ और रूप बदलता है।
उदाहरण:
-ता (सच्चाई)
-इया (भारतीय)
उपसर्ग: यह एक ऐसा श्रव्यांश है जो किसी शब्द के आगे लगकर उसका अर्थ बदलता है।
उदाहरण:
अ- (असत्य)
अति- (अतिभव्य)
प्रत्यय: यह शब्द के अंत में जुड़कर उसका अर्थ और रूप बदलता है।
उदाहरण:
-ता (सच्चाई)
See less-इया (भारतीय)