प्रश्न का उत्तर अधिकतम 50 शब्दों/5 से 6 पंक्तियाँ में दीजिए। यह प्रश्न 05 अंक का है। [MPPSC 2023] राम मनोहर लोहिया की ‘लघु इकाई प्रोद्योगिकी’ की अवधारणा पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद् (TIFAC): TIFAC एक भारतीय स्वायत्त निकाय है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की तकनीकी चुनौतियों और अवसरों का पूर्वानुमान और मूल्यांकन करता है। इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीयRead more
प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद् (TIFAC):
TIFAC एक भारतीय स्वायत्त निकाय है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की तकनीकी चुनौतियों और अवसरों का पूर्वानुमान और मूल्यांकन करता है। इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी रणनीतियों को आकार देना और सशक्त तकनीकी विकास के लिए आवश्यक जानकारियाँ और सिफारिशें प्रदान करना है।
TIFAC का जनादेश:
- प्रौद्योगिकी पूर्वानुमान: भविष्य की तकनीकों की पहचान और उनके संभावित प्रभावों का विश्लेषण करना।
- मूल्यांकन और सलाह: प्रौद्योगिकी परिदृश्यों का मूल्यांकन कर नीति और रणनीति के लिए सिफारिशें देना।
- संवेदनशीलता निर्माण: वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी जानकारियों को प्रसारित कर सार्वजनिक और औद्योगिक जागरूकता बढ़ाना।
- समन्वय: विभिन्न अनुसंधान और विकास पहलों के बीच समन्वय स्थापित करना।
आई.टी. क्षेत्र में 2020 तक भारत में आनेवाली प्रौद्योगिकियाँ:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): मशीन लर्निंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, और स्वायत्त प्रणालियाँ।
- ब्लॉकचेन: वितरित लेजर तकनीक जो वित्तीय लेन-देन और डेटा सुरक्षा को सुधारने में सहायक है।
- क्लाउड कंप्यूटिंग: डेटा स्टोरेज और संसाधन प्रबंधन के लिए क्लाउड सेवाएँ और प्लेटफ़ॉर्म।
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT): स्मार्ट उपकरणों और सेंसर के माध्यम से डेटा संग्रहण और विश्लेषण।
- 5G नेटवर्क: उच्च गति और कम विलंबता वाली नेटवर्क तकनीक जो मोबाइल संचार और इंटरनेट की गति को सुधारती है।
- क्वांटम कंप्यूटिंग: कंप्यूटिंग पावर को बढ़ाने के लिए क्वांटम यांत्रिकी पर आधारित तकनीकें।
- साइबर सुरक्षा: उन्नत सुरक्षा समाधान जो डेटा और नेटवर्क की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं।
ये तकनीकें भारत की आई.टी. क्षेत्र में नवाचार, दक्षता, और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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राम मनोहर लोहिया की 'लघु इकाई प्रौद्योगिकी' की अवधारणा राम मनोहर लोहिया, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी विचारक, ने 'लघु इकाई प्रौद्योगिकी' (Small Unit Technology) की अवधारणा प्रस्तुत की, जो उनके समाजवादी दृष्टिकोण और स्थानीय स्वायत्तता के सिद्धांतों पर आधारित थी। इस अवधारणा का मुख्य उद्देश्य आRead more
राम मनोहर लोहिया की ‘लघु इकाई प्रौद्योगिकी’ की अवधारणा
राम मनोहर लोहिया, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी विचारक, ने ‘लघु इकाई प्रौद्योगिकी’ (Small Unit Technology) की अवधारणा प्रस्तुत की, जो उनके समाजवादी दृष्टिकोण और स्थानीय स्वायत्तता के सिद्धांतों पर आधारित थी। इस अवधारणा का मुख्य उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक संरचना को अधिक न्यायसंगत और सस्टेनेबल बनाना था।
‘लघु इकाई प्रौद्योगिकी’ के प्रमुख तत्व:
संक्षेप में, राम मनोहर लोहिया की ‘लघु इकाई प्रौद्योगिकी’ की अवधारणा का उद्देश्य आर्थिक और तकनीकी गतिविधियों को विकेंद्रित करना, स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाना, और समग्र समाज में समानता और स्थिरता को बढ़ावा देना था। यह अवधारणा उनके समाजवादी दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जो बड़े औद्योगिक मॉडल की बजाय छोटे, आत्मनिर्भर और टिकाऊ समाधान पर जोर देती है।
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