Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
प्रवासी भारतीयों का भारत के आर्थिक व्यवस्था में योगदान पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।(125 Words) [UPPSC 2018]
प्रवासी भारतीयों का भारत के आर्थिक व्यवस्था में योगदान 1. निवेश और प्रेषण: प्रवासी भारतीय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) और प्रेषण के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय-अमेरिकियों द्वारा किए गए निवेश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दिया है, और प्रेषण नRead more
प्रवासी भारतीयों का भारत के आर्थिक व्यवस्था में योगदान
1. निवेश और प्रेषण: प्रवासी भारतीय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) और प्रेषण के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय-अमेरिकियों द्वारा किए गए निवेश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दिया है, और प्रेषण ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है।
2. कौशल हस्तांतरण और उद्यमिता: प्रवासी भारतीय विशेषज्ञता और नवाचार लाते हैं। नंदन नीलेकणी और सुंदर पिचाई जैसे व्यक्तियों ने भारत में तकनीकी स्टार्टअप्स और उद्योगों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
3. दान और विकास परियोजनाएँ: प्रवासी भारतीयों के दान और फ philanthropic प्रयासों से कई विकास परियोजनाओं को समर्थन मिला है। रतन टाटा की शिक्षण संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए की गई योगदान इसका उदाहरण है।
निष्कर्ष: प्रवासी भारतीय भारत के आर्थिक परिदृश्य को निवेश, कौशल हस्तांतरण, और दान के माध्यम से आकार देते हैं।
See lessभारत प्रवासी-नीति क्या है? वर्तमान में भारतीय प्रवासियों के समक्ष क्या चुनौतियाँ हैं? (125 Words) [UPPSC 2020]
भारत प्रवासी-नीति और वर्तमान चुनौतियाँ 1. भारत प्रवासी-नीति: भारत प्रवासी-नीति (Diaspora Policy) भारत सरकार की नीति है जो विदेशों में बसे भारतीय नागरिकों और विदेशी मूल के भारतीयों के साथ संबंध को मजबूती प्रदान करती है। इसका उद्देश्य समाज-आर्थिक योगदान को सहमति और सुरक्षा प्रदान करना है। प्रमुख पहलुओRead more
भारत प्रवासी-नीति और वर्तमान चुनौतियाँ
1. भारत प्रवासी-नीति:
भारत प्रवासी-नीति (Diaspora Policy) भारत सरकार की नीति है जो विदेशों में बसे भारतीय नागरिकों और विदेशी मूल के भारतीयों के साथ संबंध को मजबूती प्रदान करती है। इसका उद्देश्य समाज-आर्थिक योगदान को सहमति और सुरक्षा प्रदान करना है। प्रमुख पहलुओं में प्रवासी मामलों के मंत्रालय, प्रवासी भारतीय दिवस, और प्रवासी भारतीय केंद्र शामिल हैं।
2. वर्तमान में प्रवासियों के समक्ष चुनौतियाँ:
निष्कर्ष:
See lessभारत प्रवासी-नीति प्रवासियों के कल्याण और संबंध को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन विधायी, आर्थिक, और सामाजिक चुनौतियाँ अभी भी उनके समक्ष हैं।
दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की अर्थव्यवस्था एवं समाज में भारतीय प्रवासियों को एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इस संदर्भ में, दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय प्रवासियों की भूमिका का मूल्यनिरूपण कीजिए। (250 words) [UPSC 2017]
दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय प्रवासियों की भूमिका आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में भारतीय प्रवासियों का योगदान न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करता है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक परिदृश्य में भी गहरा प्रभाव डालता है। आर्थिक योगदान: व्यापार और निवेश: भारतीयRead more
दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय प्रवासियों की भूमिका आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में भारतीय प्रवासियों का योगदान न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करता है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक परिदृश्य में भी गहरा प्रभाव डालता है।
आर्थिक योगदान:
व्यापार और निवेश: भारतीय प्रवासी दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में व्यापार और निवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे विभिन्न उद्योगों, जैसे सूचना प्रौद्योगिकी, निर्माण, और वित्तीय सेवाओं में सक्रिय हैं। इस प्रकार, वे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देते हैं, जो क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाता है।
रेमिटेंस: भारतीय प्रवासी, विशेषकर सिंगापुर और मलेशिया में, अपने परिवारों को भारत में रेमिटेंस भेजते हैं। ये रेमिटेंस भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और भारतीय परिवारों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाते हैं।
कौशलयुक्त श्रमिक: सिंगापुर जैसे देशों में भारतीय प्रवासी उच्च-skilled श्रमिकों के रूप में कार्यरत हैं। IT, स्वास्थ्य देखभाल, और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता ने न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ पहुँचाया है, बल्कि भारत की छवि को भी सकारात्मक रूप से प्रस्तुत किया है।
सामाजिक योगदान:
सांस्कृतिक आदान-प्रदान: भारतीय प्रवासी दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय संस्कृति, त्योहारों और परंपराओं का प्रचार करते हैं। दिवाली, होली, और पोंगल जैसे त्योहारों की भव्यता सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है और स्थानीय समाज में विविधता को समृद्ध करती है।
सामाजिक एकीकरण: भारतीय प्रवासी अपने पारंपरिक सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए स्थानीय समाज में समाहित हो गए हैं। इस एकीकरण ने बहुसांस्कृतिक समाजों को प्रोत्साहित किया है, जहाँ विभिन्न सांस्कृतिक समूह मिलकर एक समृद्ध सामाजिक परिदृश्य का निर्माण करते हैं।
शैक्षिक और परोपकारी कार्य: कई भारतीय प्रवासियों ने दक्षिण-पूर्व एशिया में शिक्षा संस्थान, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएँ और दान-पुनर्निर्माण संस्थान स्थापित किए हैं। इन पहलों ने न केवल भारतीय प्रवासियों, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी लाभ पहुँचाया है।
राजनयिक पुल: भारतीय प्रवासी भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण राजनयिक पुल का कार्य करते हैं। उनके योगदान और प्रभाव ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा दिया है।
निष्कर्ष:
See lessदक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय प्रवासियों का आर्थिक और सामाजिक योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके व्यवसायिक प्रयास, सांस्कृतिक प्रचार, और समाज सेवा ने न केवल उनकी मेज़बान देशों की अर्थव्यवस्था और समाज को समृद्ध किया है, बल्कि भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच संबंधों को भी सुदृढ़ किया है।
'अमेरिका एवं यूरोपीय देशों की राजनीति और अर्थव्यवस्था में भारतीय प्रवासियों को एक निर्णायक भूमिका निभानी है। उदाहरणों सहित टिप्पणी कीजिए। (150 words) [UPSC 2020]
भारतीय प्रवासियों ने अमेरिका और यूरोपीय देशों की राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे उनकी प्रभावशीलता को व्यापक मान्यता मिली है। अमेरिका: आर्थिक प्रभाव: भारतीय अमेरिकी पेशेवरों ने सिलिकॉन वैली में प्रमुख कंपनियों की स्थापना और संचालन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उदाहरणस्वRead more
भारतीय प्रवासियों ने अमेरिका और यूरोपीय देशों की राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे उनकी प्रभावशीलता को व्यापक मान्यता मिली है।
अमेरिका:
See lessआर्थिक प्रभाव: भारतीय अमेरिकी पेशेवरों ने सिलिकॉन वैली में प्रमुख कंपनियों की स्थापना और संचालन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उदाहरणस्वरूप, सत्या नाडेला (Microsoft) और सुंदर पिचाई (Google) जैसे CEOs ने भारतीय समुदाय की आर्थिक शक्ति को दर्शाया है।
राजनीतिक प्रभाव: भारतीय अमेरिकी मतदाता और राजनीतिक प्रतिनिधि, जैसे कि प्रीत भररा और कमला हैरिस, ने अमेरिकी राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे भारतीय समुदाय की राजनीतिक उपस्थिति मजबूत हुई है।
यूरोप:
आर्थिक योगदान: ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों में भारतीय व्यवसायी और उद्यमी आर्थिक क्षेत्र में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। भारतीय व्यापारियों ने ब्रिटेन के उद्योगों में महत्वपूर्ण निवेश किया है।
राजनीतिक प्रभाव: भारतीय प्रवासी नेताओं ने यूरोपीय राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उदाहरण के लिए, ब्रिटेन में भारतीय मूल के सांसदों ने विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर प्रभाव डाला है।
ये उदाहरण भारतीय प्रवासियों की राजनीति और अर्थव्यवस्था में निर्णायक भूमिका को स्पष्ट करते हैं और उनके वैश्विक प्रभाव को दर्शाते हैं।
भारतीय डायस्पोरा भारत के आर्थिक हितों का लाभ उठाने और इसकी विदेश नीति को आकार देने में एक निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इस संदर्भ में, भारतीय डायस्पोरा द्वारा सामना की जाने वाली प्रमुख चुनौतियों और उनके साथ जुड़ाव को बढ़ाने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों की विवेचना कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
भारतीय डायस्पोरा, जो विभिन्न देशों में फैला हुआ है, भारत के आर्थिक और विदेश नीति के हितों को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह डायस्पोरा भारत की छवि को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने, विदेशी निवेश को आकर्षित करने और भारत के सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देने में सहायक होता है। हालांकि, भाRead more
भारतीय डायस्पोरा, जो विभिन्न देशों में फैला हुआ है, भारत के आर्थिक और विदेश नीति के हितों को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह डायस्पोरा भारत की छवि को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने, विदेशी निवेश को आकर्षित करने और भारत के सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देने में सहायक होता है।
हालांकि, भारतीय डायस्पोरा को कुछ प्रमुख चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इनमें सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखना, स्थानीय समाज में समरसता स्थापित करना, और भारतीय मूल के नागरिकों की पहचान और अधिकारों को सुनिश्चित करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, प्रवासियों को स्थानीय कानूनी और प्रशासनिक सिस्टम के साथ समन्वय में कठिनाइयाँ आ सकती हैं, और कभी-कभी सांस्कृतिक भिन्नताओं के कारण उन्हें भेदभाव का सामना भी करना पड़ सकता है।
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारत सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। भारतीय सरकार ने ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया है जो डायस्पोरा के साथ सांस्कृतिक और व्यावसायिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करते हैं। इसके अतिरिक्त, NRI (नॉन-रेसिडेंट इंडियन) और PIO (पीआईओ) कार्डों के माध्यम से, प्रवासियों को भारत में विशेष सुविधाएँ और अधिकार प्रदान किए गए हैं। भारत सरकार ने विभिन्न देशों में भारतीय मिशनों को मजबूत किया है ताकि प्रवासियों को सहायता और मार्गदर्शन मिल सके।
इन प्रयासों के माध्यम से, भारतीय सरकार अपने डायस्पोरा के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने और उनके हितों को संरक्षित करने में सक्षम रही है, जिससे भारतीय डायस्पोरा की वैश्विक भूमिका और प्रभाव को बढ़ावा मिला है।
See lessप्रवासी भारतीय दिवस नई संभावनाओं को फिर से जोड़ने और पुनः परिकल्पना करने का क्षण है तथा यह परिवर्तन लाने, नए संबंधों की खोज करने एवं नवीन विचारों को विकसित करने का एक नेटवर्क है। टिप्पणी कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
प्रवासी भारतीय दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो प्रवासी भारतीयों और भारत के बीच संबंधों को सशक्त बनाने का काम करता है। यह दिवस न केवल भारतीय प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोड़ता है बल्कि उन्हें भारतीय समाज के विकास में योगदान देने के नए अवसर भी प्रदान करता है। नई संभावनाओं की खोज: यह दिवस प्रवासी भारतीयोRead more
प्रवासी भारतीय दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो प्रवासी भारतीयों और भारत के बीच संबंधों को सशक्त बनाने का काम करता है। यह दिवस न केवल भारतीय प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोड़ता है बल्कि उन्हें भारतीय समाज के विकास में योगदान देने के नए अवसर भी प्रदान करता है।
सारांश में, प्रवासी भारतीय दिवस एक नेटवर्क के रूप में कार्य करता है जो भारत और उसके प्रवासी नागरिकों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देता है, जिससे विकास की नई दिशा मिलती है।
See lessभारतीय प्रवासी किस प्रकार अमेरिका में राष्ट्रीय हितों के संवर्द्धन में परिसम्पत्ति के रूप में उभरे है ? विवेचना कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2023]
भारतीय प्रवासी और अमेरिका में राष्ट्रीय हितों के संवर्धन में उनकी भूमिका 1. आर्थिक योगदान: निवेश और व्यापार: भारतीय प्रवासी अमेरिका में उद्योगों और व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने निवेश, व्यापार सहयोग और संयुक्त उद्यमों के माध्यम से भारत-अमेरिका के आर्थिक संबंधों को सशक्त किया है।Read more
भारतीय प्रवासी और अमेरिका में राष्ट्रीय हितों के संवर्धन में उनकी भूमिका
1. आर्थिक योगदान:
2. राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभाव:
3. शैक्षिक और वैज्ञानिक योगदान:
4. समाज सेवा और नेटवर्किंग:
निष्कर्ष: भारतीय प्रवासी अमेरिका में आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, और शैक्षिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देकर भारत के राष्ट्रीय हितों के संवर्धन में एक प्रमुख परिसंपत्ति के रूप में उभरे हैं। उनका यह योगदान दोनों देशों के संबंधों को और भी मजबूत बनाता है।
See lessभारतीय प्रवासियों ने पश्चिम में नई ऊंचाइयों को छुआ है। भारत के लिये इसके आर्थिक और राजनीतिक लाभों का वर्णन करें। (150 words)[UPSC 2023]
भारतीय प्रवासियों द्वारा पश्चिम में प्राप्त नई ऊंचाइयों के आर्थिक और राजनीतिक लाभ आर्थिक लाभ: "प्रवासी निवेश": भारतीय प्रवासियों ने पश्चिमी देशों में सफल करियर बनाने के बाद अपने मूल देश में निवेश बढ़ाया है। यह निवेश भारत की आर्थिक वृद्धि को समर्थन देता है और रोजगार अवसर पैदा करता है। उदाहरण के तौर पRead more
भारतीय प्रवासियों द्वारा पश्चिम में प्राप्त नई ऊंचाइयों के आर्थिक और राजनीतिक लाभ
आर्थिक लाभ:
राजनीतिक लाभ:
निष्कर्ष: भारतीय प्रवासियों की पश्चिम में सफलता से भारत को आर्थिक लाभ मिलते हैं, जैसे कि निवेश और रेमिटेंस, साथ ही राजनीतिक लाभ भी प्राप्त होते हैं, जैसे कि वैश्विक प्रभाव और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार।
See less