आंतरिक सुरक्षा में मीडिया तथा सोशल नेटवर्किंग की भूमिका महत्वपूर्ण है। विश्लेषण कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2021]
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का आंतरिक सुरक्षा में योगदान और असामाजिक गतिविधियाँ परिचय सोशल मीडिया प्लेटफार्मों ने सूचना के प्रसार और जनसंचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इन प्लेटफार्मों का आंतरिक सुरक्षा में योगदान सकारात्मक और नकारात्मक दोनों दृष्टिकोण से देखा जा सकता है। सोशल मीडिया प्लेटRead more
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का आंतरिक सुरक्षा में योगदान और असामाजिक गतिविधियाँ
परिचय
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों ने सूचना के प्रसार और जनसंचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इन प्लेटफार्मों का आंतरिक सुरक्षा में योगदान सकारात्मक और नकारात्मक दोनों दृष्टिकोण से देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का आंतरिक सुरक्षा में योगदान
- सूचना की शीघ्रता और पहुंच
- सोशल मीडिया प्लेटफार्म, जैसे कि ट्विटर और फेसबुक, सुरक्षा से संबंधित जानकारी और आपातकालीन सूचनाओं को जनता तक तेजी से पहुँचाने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान, पुलिस और सरकारी एजेंसियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से तत्काल जानकारी और अलर्ट जारी किए।
- सामाजिक जागरूकता और संलग्नता
- ये प्लेटफार्म सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में भी सहायक होते हैं। #MeToo और #BlackLivesMatter जैसे अभियानों ने सामाजिक न्याय और सुरक्षा के मामलों पर ध्यान केंद्रित किया है और बदलाव को प्रेरित किया है।
- सुरक्षा बलों के साथ समन्वय
- सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग सुरक्षा बलों द्वारा खुफिया जानकारी एकत्र करने और संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने के लिए किया जाता है। जैसे कि, 2021 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों की निगरानी के लिए सोशल मीडिया डेटा का विश्लेषण किया गया।
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों द्वारा असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा
- फेक न्यूज और अफवाहें
- सोशल मीडिया पर फैलने वाली फेक न्यूज और अफवाहें सामाजिक तनाव और अशांति पैदा कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, 2019 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान, सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं और अफवाहों ने स्थिति को और बिगाड़ा।
- धार्मिक और जातीय भेदभाव
- सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का दुरुपयोग धार्मिक और जातीय भेदभाव को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है। जैसे कि, 2022 में पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाओं के दौरान, सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाली सामग्री ने सामाजिक समरसता को प्रभावित किया।
- साइबर अपराध और हैकिंग
- सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग साइबर अपराधियों द्वारा व्यक्तिगत डेटा चुराने और धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है। 2023 में, एक बड़े सोशल मीडिया डेटा उल्लंघन ने लाखों उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी को जोखिम में डाल दिया।
निष्कर्ष
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का आंतरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन इनका दुरुपयोग भी गंभीर असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए, इन प्लेटफार्मों के सकारात्मक उपयोग को बढ़ावा देने और नकारात्मक प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी नीतियों और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।
आंतरिक सुरक्षा में मीडिया और सोशल नेटवर्किंग की भूमिका 1. सूचना प्रसार: मीडिया और सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म्स त्वरित सूचना प्रसार में सहायक होते हैं। ये प्लेटफार्म्स सार्वजनिक जागरूकता और सुरक्षा चेतावनियाँ फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 2. सार्वजनिक निगरानी: सामाजिक मीडिया पर गतिविधियोंRead more
आंतरिक सुरक्षा में मीडिया और सोशल नेटवर्किंग की भूमिका
1. सूचना प्रसार:
2. सार्वजनिक निगरानी:
3. सूचना और दुष्प्रचार:
4. सुरक्षा बलों के सहयोग:
निष्कर्ष: मीडिया और सोशल नेटवर्किंग आंतरिक सुरक्षा के लिए सूचना प्रसार और सार्वजनिक निगरानी में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन दुष्प्रचार और भ्रामक जानकारी से बचाव के लिए सतर्कता भी आवश्यक है।
See less