भारतीय समाज में नवयुवतियों में आत्महत्या क्यों बढ़ रही है? स्पष्ट कीजिए। (150 Words) [UPSC 2023]
"महिला सशक्तिकरण जनसंख्या संवृद्धि को नियंत्रित करने की कुंजी है" - यह कथन बहुत हद तक सत्य है। महिला सशक्तिकरण और जनसंख्या नियंत्रण में घनिष्ठ संबंध है, जिसे निम्नलिखित तरीकों से समझा जा सकता है: शिक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता: महिलाओं की शिक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता उनके जनन क्षमता पर प्रत्यक्ष प्रभावRead more
“महिला सशक्तिकरण जनसंख्या संवृद्धि को नियंत्रित करने की कुंजी है” – यह कथन बहुत हद तक सत्य है। महिला सशक्तिकरण और जनसंख्या नियंत्रण में घनिष्ठ संबंध है, जिसे निम्नलिखित तरीकों से समझा जा सकता है:
- शिक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता:
- महिलाओं की शिक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता उनके जनन क्षमता पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालती है।
- शिक्षित और आर्थिक रूप से स्वतंत्र महिलाएं अपने परिवार का आकार नियंत्रित करने में सक्षम होती हैं।
- स्वास्थ्य और पोषण:
- महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार से उनकी प्रजनन क्षमता में कमी आती है।
- बेहतर स्वास्थ्य और पोषण महिलाओं को स्वस्थ और स्वाधीन रूप से जीवन जीने में मदद करता है।
- निर्णय लेने की क्षमता:
- महिलाओं को अपने जीवन के निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
- ऐसा करने से वे अपने और परिवार के लिए बेहतर निर्णय ले सकती हैं, जिसमें जनन दर को नियंत्रित करना भी शामिल है।
- लिंग असमानता का उन्मूलन:
- लिंग आधारित भेदभाव और असमानता का उन्मूलन महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आवश्यक है।
- ये मुद्दे जनसंख्या वृद्धि को प्रभावित करते हैं।
- सामाजिक और कानूनी संरक्षण:
- महिलाओं को सामाजिक और कानूनी संरक्षण प्रदान करने से उन्हें अधिक सशक्त बनाया जा सकता है।
- ऐसा करके उन्हें अपने जीवन के निर्णय लेने में सक्षम बनाया जा सकता है।
समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार और उनके सशक्तिकरण से जनसंख्या नियंत्रण में मदद मिलती है। यह एक परस्पर संबंधित प्रक्रिया है जिसमें एक दूसरे को बढ़ावा देते हुए एक संतुलित और सतत् विकास हासिल किया जा सकता है।
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a2bd-d9b4447de7a1″ dir=”auto” class=”min-h-[20px] text-message flex w-full flex-col items-end gap-2 whitespace-pre-wrap break-words [.text-message+&]:mt-5 overflow-x-auto”>
भारतीय समाज में नवयुवतियों में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं के पीछे कई कारण हैं:
इन समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने के लिए समग्र सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन की आवश्यकता है।
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