भारत में मानव विकास आर्थिक विकास के साथ कदमताल करने में विफल क्यों हुआ? (250 words) [UPSC 2023]
पश्चिमी घाट और हिमालय में होने वाले भूस्खलन के भिन्नताएँ पश्चिमी घाट और हिमालय में होने वाले भूस्खलन दोनों ही क्षेत्रों में पृथ्वी की तंत्रिका क्षमता के परिणाम स्वरूप होते हैं, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण भिन्नताएँ होती हैं। क्षेत्र: पश्चिमी घाट: यह भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है और यहाँ का भूस्खलनRead more
पश्चिमी घाट और हिमालय में होने वाले भूस्खलन के भिन्नताएँ
पश्चिमी घाट और हिमालय में होने वाले भूस्खलन दोनों ही क्षेत्रों में पृथ्वी की तंत्रिका क्षमता के परिणाम स्वरूप होते हैं, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण भिन्नताएँ होती हैं।
- क्षेत्र:
- पश्चिमी घाट: यह भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है और यहाँ का भूस्खलन अक्सर तल के करीबी क्षेत्रों में होता है।
- हिमालय: यह बड़े हिमालय पर्वत क्षेत्र में स्थित है और यहाँ के भूस्खलन अक्सर ऊँचाई और शिखरों के निकट होते हैं।
- कारण:
- पश्चिमी घाट: यहाँ के भूस्खलन अक्सर तकनीकी गतिविधियों, जैसे खनन, परियोजनाएं, और जल संचार के कारण होते हैं।
- हिमालय: यहाँ के भूस्खलन अक्सर तंत्रिका क्षमता और पर्वतीय स्थिति के कारण होते हैं।
- प्रभाव:
- पश्चिमी घाट: यह भूस्खलन सामाजिक और आर्थिक प्रभावों को उत्पन्न कर सकता है।
- हिमालय: इस क्षेत्र में भूस्खलन अक्सर भूगर्भीय क्रियाओं के कारण ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
इन भिन्नताओं के बावजूद, भूस्खलन दोनों क्षेत्रों में जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं और सावधानी बरतनी चाहिए।
See less
भारत में मानव विकास आर्थिक विकास के साथ कदमताल करने में विफल होने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं: असमानता: भारत में आर्थिक विकास के लाभ समाज के विभिन्न वर्गों में असमान रूप से वितरित हुए हैं। उच्च आर्थिक वृद्धि दर के बावजूद, गरीब और पिछड़े क्षेत्रों को इसका पर्याप्त लाभ नहीं मिला, जिससे सामाजिक और आरRead more
भारत में मानव विकास आर्थिक विकास के साथ कदमताल करने में विफल होने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
इन समस्याओं का समाधान करने के लिए, भारत को समग्र विकास की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करना होगा, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और प्रशासनिक सुधार शामिल हैं।
See less