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तृतीय मराठा युद्ध की घटनाओं का सिंधिया एवं होल्कर पर क्या प्रभाव पड़ा? समझाइये।
तृतीय मराठा युद्ध (1817-1818) के परिणामस्वरूप सिंधिया और होल्कर पर गहरा प्रभाव पड़ा। इस युद्ध ने मराठा साम्राज्य की शक्ति और प्रभाव को निर्णायक रूप से कमजोर कर दिया। आइए विस्तार से देखें कि ये प्रभाव क्या थे: सिंधिया पर प्रभाव: आर्थिक नुकसान: सिंधिया ने युद्ध के बाद अपने क्षेत्रीय नियंत्रण में कमी औRead more
तृतीय मराठा युद्ध (1817-1818) के परिणामस्वरूप सिंधिया और होल्कर पर गहरा प्रभाव पड़ा। इस युद्ध ने मराठा साम्राज्य की शक्ति और प्रभाव को निर्णायक रूप से कमजोर कर दिया। आइए विस्तार से देखें कि ये प्रभाव क्या थे:
सिंधिया पर प्रभाव:
होल्कर पर प्रभाव:
सारांश में, तृतीय मराठा युद्ध के परिणामस्वरूप सिंधिया और होल्कर दोनों ही सामरिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से कमजोर हो गए और ब्रिटिश साम्राज्य के प्रभाव में आ गए। इस युद्ध ने मराठा साम्राज्य के पतन की प्रक्रिया को तेज कर दिया और भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश प्रभुत्व को मजबूत किया।
See lessभोपाल रियासत के विलीनीकरण में सहायक तत्वों की विवेचना कीजिए।
भोपाल रियासत के विलीनीकरण (मर्जर) में सहायक तत्वों की विवेचना निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर की जा सकती है: राजनीतिक परिप्रेक्ष्य: ब्रिटिश शासन की समाप्ति और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन: जैसे-जैसे ब्रिटिश शासन समाप्त हो रहा था और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन अपनी चरम सीमा पर था, रियासतों के विलय की प्रक्रियRead more
भोपाल रियासत के विलीनीकरण (मर्जर) में सहायक तत्वों की विवेचना निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर की जा सकती है:
इन सभी तत्वों ने मिलकर भोपाल रियासत के भारतीय संघ में विलय को सहज और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।