उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था की समस्याओं व सुधारों पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखियें। (200 Words) [UPPSC 2022]
उत्तर प्रदेश सरकार की ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना 1. परियोजना का अवलोकन: ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में जिला स्तर पर सरकारी सेवाओं का डिजिटलीकरण और सुव्यवस्थित वितरण है। इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं, जैसे आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, और भूमि रिकॉर्ड, को ऑनलाइनRead more
उत्तर प्रदेश सरकार की ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना
1. परियोजना का अवलोकन: ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में जिला स्तर पर सरकारी सेवाओं का डिजिटलीकरण और सुव्यवस्थित वितरण है। इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं, जैसे आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, और भूमि रिकॉर्ड, को ऑनलाइन उपलब्ध कराना है, जिससे कार्यक्षमता और पारदर्शिता में सुधार हो सके।
2. प्रमुख विशेषताएँ और लाभ:
- ऑनलाइन सेवा वितरण: परियोजना ऑनलाइन आवेदन और प्रक्रिया की सुविधा प्रदान करती है, जिससे नागरिकों को सरकारी दफ्तरों में भौतिक रूप से जाने की आवश्यकता कम हो जाती है।
- डाटाबेस के साथ एकीकरण: ई. डिस्ट्रिक्ट विभिन्न राज्य और केंद्रीय डाटाबेस के साथ एकीकृत है, जैसे आधार डाटाबेस, जिससे डेटा की सटीकता सुनिश्चित होती है और डुप्लिकेशन कम होता है।
- उपयोगकर्ता-मित्र इंटरफेस: यह पहल उपयोगकर्ता-मित्र पोर्टल और मोबाइल ऐप प्रदान करती है, जो नागरिकों को कहीं से भी सेवाएँ प्राप्त करने की सुविधा देती है।
3. हालिया विकास और उदाहरण:
- कोविड-19 प्रतिक्रिया: कोविड-19 महामारी के दौरान, ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना ने आपातकालीन सेवाएँ और कोविड-19 संबंधित दस्तावेज़ समय पर और कुशलता से प्रदान किए।
- पहुँच में सुधार: हाल ही में स्थानीय भाषा समर्थन और विकलांगता-मैत्रीपूर्ण सुविधाएँ जोड़ी गई हैं, जिससे व्यापक पहुँच सुनिश्चित की गई है।
4. पहल का मूल्यांकन:
- सकारात्मक प्रभाव: ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना ई-गवर्नेन्स की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पारदर्शिता, भ्रष्टाचार में कमी, और सेवा वितरण में सुधार लाती है।
- चुनौतियाँ: हालांकि इसके लाभ हैं, लेकिन रिमोट क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी और डिजिटल साक्षरता की कमी जैसी समस्याएँ अभी भी मौजूद हैं।
संक्षेप में, ई. डिस्ट्रिक्ट परियोजना उत्तर प्रदेश में ई-गवर्नेन्स की दिशा में एक प्रभावशाली पहल है, जो सेवा की सुलभता और दक्षता में सुधार करती है, हालांकि कनेक्टिविटी और साक्षरता के मुद्दों का समाधान आवश्यक है।
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उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था की समस्याएँ और सुधार समस्याएँ: ब्यूरोक्रेटिक अक्षमता: उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में अकसर निर्णय लेने की धीमी प्रक्रिया और जवाबदेही की कमी देखने को मिलती है। उदाहरणस्वरूप, गरीबों के लिए सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन में देरी होती है, जैसे कि प्रधानमंत्री आवRead more
उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था की समस्याएँ और सुधार
समस्याएँ:
सुधार:
इस प्रकार, उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था की समस्याओं में अक्षमता और भ्रष्टाचार प्रमुख हैं, लेकिन डिजिटलाइजेशन, भ्रष्टाचार विरोधी उपायों और बुनियादी ढाँचा सुधार के प्रयास इन समस्याओं को दूर करने की दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं।
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