क्या सार्वजनिक सेवाओं में समानुभूति की कोई भूमिका हैं? उपयुक्त उदाहरण के साथ अपनी बात समझाइये। (200 Words) [UPPSC 2019]
शासन, सुशासन और नैतिक शासन 1. शासन: परिभाषा: शासन उस प्रक्रिया, संरचना और संस्थानों का समूह है जिसके माध्यम से सत्ता और निर्णय लेने की प्रक्रियाएँ संचालित होती हैं। यह शासन के विभिन्न स्तरों पर काम करता है, जैसे कि सरकार, प्रशासन, और न्यायपालिका। उदाहरण: भारतीय संसद का कार्य शासन की एक प्रक्रिया है,Read more
शासन, सुशासन और नैतिक शासन
1. शासन:
- परिभाषा: शासन उस प्रक्रिया, संरचना और संस्थानों का समूह है जिसके माध्यम से सत्ता और निर्णय लेने की प्रक्रियाएँ संचालित होती हैं। यह शासन के विभिन्न स्तरों पर काम करता है, जैसे कि सरकार, प्रशासन, और न्यायपालिका।
- उदाहरण: भारतीय संसद का कार्य शासन की एक प्रक्रिया है, जिसमें कानून बनाना और नीतियों को लागू करना शामिल है।
2. सुशासन:
- परिभाषा: सुशासन से तात्पर्य है कि शासन की प्रक्रियाएँ प्रभावी, पारदर्शी, जवाबदेह और नागरिकों की आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील हों। यह निष्पक्षता और दक्षता को प्राथमिकता देता है।
- उदाहरण: महमूदाबाद में बुनियादी सुविधाओं का सुधार के लिए स्वच्छ भारत मिशन का कार्य सुशासन का एक उदाहरण है, जिसमें नागरिकों की भागीदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा दिया गया।
3. नैतिक शासन:
- परिभाषा: नैतिक शासन नीतिगत निर्णयों और प्रशासनिक कार्यों में नैतिकता और ईमानदारी को प्रमुखता देता है। यह भ्रष्टाचार और दुरुपयोग को रोकने के लिए नैतिक मानदंडों पर जोर देता है।
- उदाहरण: लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम, 2013 का उद्देश्य सार्वजनिक अधिकारियों के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के खिलाफ नैतिक शासन को प्रोत्साहित करना है।
निष्कर्ष: शासन प्रबंधन की प्रक्रिया को दर्शाता है, सुशासन प्रभावी और पारदर्शी प्रशासन को सुनिश्चित करता है, और नैतिक शासन नैतिकता और ईमानदारी पर बल देता है।
See less
क्या सार्वजनिक सेवाओं में समानुभूति की कोई भूमिका हैं? परिचय: सार्वजनिक सेवाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को सेवा प्रदान करना है। समानुभूति (Empathy) इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। समानुभूति का महत्व: समानुभूति का मतलब है दूसरों की भावनाओं और परिस्थितियों को समझना औरRead more
क्या सार्वजनिक सेवाओं में समानुभूति की कोई भूमिका हैं?
परिचय: सार्वजनिक सेवाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को सेवा प्रदान करना है। समानुभूति (Empathy) इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
समानुभूति का महत्व: समानुभूति का मतलब है दूसरों की भावनाओं और परिस्थितियों को समझना और उनके प्रति संवेदनशील रहना। जब सार्वजनिक सेवक समानुभूति प्रदर्शित करते हैं, तो वे अधिक प्रभावी ढंग से सेवा प्रदान कर सकते हैं और समस्याओं को बेहतर तरीके से हल कर सकते हैं।
उदाहरण:
निष्कर्ष: सार्वजनिक सेवाओं में समानुभूति न केवल सेवा की गुणवत्ता को बढ़ाती है, बल्कि यह समाज में विश्वास और सहयोग को भी मजबूत करती है। समानुभूति के बिना, प्रशासनिक और सार्वजनिक सेवाओं की प्रभावशीलता में कमी आ सकती है।
See less