प्रश्न का उत्तर अधिकतम 50 शब्दों/5 से 6 पंक्तियाँ में दीजिए। यह प्रश्न 05 अंक का है। [MPPSC 2023] लोक प्रशासन में उत्तरदायित्व की अवधारणा के मूल निहितार्थ क्या है?
'अन्तःकरण का संकट' का अभिप्राय अन्तःकरण का संकट वह स्थिति है जहाँ किसी व्यक्ति के नैतिक मूल्य और आचार-विचार उसके कार्यों या जिम्मेदारियों से टकराते हैं। यह आंतरिक संघर्ष तब उत्पन्न होता है जब किसी की नैतिकता उसके द्वारा किए जा रहे कार्यों या बाहरी दबावों के साथ मेल नहीं खाती। सार्वजनिक अधिकार क्षेत्Read more
‘अन्तःकरण का संकट’ का अभिप्राय
अन्तःकरण का संकट वह स्थिति है जहाँ किसी व्यक्ति के नैतिक मूल्य और आचार-विचार उसके कार्यों या जिम्मेदारियों से टकराते हैं। यह आंतरिक संघर्ष तब उत्पन्न होता है जब किसी की नैतिकता उसके द्वारा किए जा रहे कार्यों या बाहरी दबावों के साथ मेल नहीं खाती।
सार्वजनिक अधिकार क्षेत्र में अभिव्यक्ति
- विवादास्पद निर्णय: जस्टिस चंद्रचूड़ ने कोरोना महामारी के दौरान कई महत्वपूर्ण मामलों में अपने न्यायिक निर्णयों में नैतिक विचार को प्राथमिकता दी, जिससे उनकी व्यक्तिगत आस्थाएँ और न्यायिक कर्तव्य पर एक संघर्ष का सामना करना पड़ा।
- विवादित भ्रष्ट्राचार का खुलासा: विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे मामलों में अधिकारी और न्यायाधीशों को भ्रष्टाचार के खिलाफ नैतिक निर्णय लेने में संकट का सामना करना पड़ा। इन मामलों में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें और सार्वजनिक दबाव ने अधिकारियों को उनके नैतिक कर्तव्यों पर विचार करने पर मजबूर किया।
- सार्वजनिक विरोध और न्याय: दिल्ली दंगे के दौरान, कुछ पुलिस अधिकारियों और नेताओं ने नैतिकता और जिम्मेदारी के बीच संघर्ष का सामना किया। उनके निर्णय और प्रतिक्रियाएँ उनके नैतिक मानकों और जनता की अपेक्षाओं के बीच संघर्ष को दर्शाती हैं।
निष्कर्ष
अन्तःकरण का संकट तब उत्पन्न होता है जब नैतिक मान्यताएँ और बाहरी दबाव टकराते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र में यह संकट निर्णय लेने, भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होने, और सार्वजनिक मुद्दों पर नैतिक दृष्टिकोण के माध्यम से स्पष्ट होता है।
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लोक प्रशासन में उत्तरदायित्व की अवधारणा के मूल निहितार्थ उत्तरदायित्व (Accountability) लोक प्रशासन की एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जिसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी अधिकारी और संस्थान जनता के प्रति अपने कार्यों और निर्णयों के लिए जिम्मेदार रहें। इसके मूल निहितार्थ निम्नलिखित हैं, जिनकRead more
लोक प्रशासन में उत्तरदायित्व की अवधारणा के मूल निहितार्थ
उत्तरदायित्व (Accountability) लोक प्रशासन की एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जिसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी अधिकारी और संस्थान जनता के प्रति अपने कार्यों और निर्णयों के लिए जिम्मेदार रहें। इसके मूल निहितार्थ निम्नलिखित हैं, जिनके साथ हालिया उदाहरण भी दिए गए हैं:
**1. पारदर्शिता को बढ़ावा देना:
**2. जनता का विश्वास बढ़ाना:
**3. प्रभावी सेवा वितरण:
**4. भ्रष्टाचार की रोकथाम:
**5. कानूनी और नैतिक अनुपालन:
**6. नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना:
**7. नैतिक शासन को बढ़ावा देना:
**8. जोखिम प्रबंधन:
इन निहितार्थों को समझकर और लागू करके, हम लोक प्रशासन में उत्तरदायित्व को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे सरकारी कार्यों की पारदर्शिता, प्रभावशीलता और जनता के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
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