अन्तरात्मा की आवाज’ से आप क्या समझते हैं? लोक सेवकों के कर्तव्य निर्वहन में यह किस प्रकार मदद करता है? (125 Words) [UPPSC 2022]
सहानुभूति को समझने के लिए मुख्य घटक हैं प्रभावशाली समझ, भावनात्मक लगाव, और संज्ञानात्मक दृष्टिकोण। उदाहरण के माध्यम से इसे स्पष्ट किया जा सकता है: प्रभावशाली समझ: यह घटक किसी के भावनात्मक अनुभव को समझने की क्षमता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका मित्र निराश है, तो आप उसकी स्थिति को समझते हैं कि वह क्योंRead more
सहानुभूति को समझने के लिए मुख्य घटक हैं प्रभावशाली समझ, भावनात्मक लगाव, और संज्ञानात्मक दृष्टिकोण। उदाहरण के माध्यम से इसे स्पष्ट किया जा सकता है:
- प्रभावशाली समझ: यह घटक किसी के भावनात्मक अनुभव को समझने की क्षमता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका मित्र निराश है, तो आप उसकी स्थिति को समझते हैं कि वह क्यों दुखी है और उसकी भावनाओं का सम्मान करते हैं।
- भावनात्मक लगाव: इसमें आप दूसरे की भावनाओं को महसूस करते हैं और उससे जुड़ते हैं। जैसे, जब आपके मित्र का बुरा दिन होता है, तो आप उसकी स्थिति से प्रभावित होकर खुद भी थोड़े उदास महसूस करते हैं।
- संज्ञानात्मक दृष्टिकोण: यह घटक दूसरे के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई आपके विचार से अलग राय रखता है, तो आप उसकी राय को समझने की कोशिश करते हैं और उसके दृष्टिकोण को मान्यता देते हैं।
इन तीन घटकों के संयोजन से सहानुभूति उत्पन्न होती है, जो व्यक्तिगत और सामाजिक संबंधों को सुदृढ़ करती है।
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'अंतरात्मा की आवाज' और लोक सेवकों के कर्तव्य निर्वहन में इसका महत्व अंतरात्मा की आवाज की परिभाषा: 'अंतरात्मा की आवाज' का तात्पर्य है आंतरिक नैतिक भावना जो व्यक्ति को सही और गलत के बीच भेद करने में मार्गदर्शन करती है। यह एक नैतिक जिम्मेदारी का अहसास होता है जो निर्णय-निर्माण और क्रियावली को प्रभावितRead more
‘अंतरात्मा की आवाज’ और लोक सेवकों के कर्तव्य निर्वहन में इसका महत्व
अंतरात्मा की आवाज की परिभाषा: ‘अंतरात्मा की आवाज’ का तात्पर्य है आंतरिक नैतिक भावना जो व्यक्ति को सही और गलत के बीच भेद करने में मार्गदर्शन करती है। यह एक नैतिक जिम्मेदारी का अहसास होता है जो निर्णय-निर्माण और क्रियावली को प्रभावित करता है।
लोक सेवकों के कर्तव्य निर्वहन में मदद:
निष्कर्ष: अंतरात्मा की आवाज लोक सेवकों को अपनी नैतिकता और सार्वजनिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध बनाए रखती है, जिससे अधिक प्रभावी और नैतिक शासन सुनिश्चित होता है।
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