लोक सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का निरूपण कीजियेः (125 Words) [UPPSC 2021] a. नैतिक शासन b. लोक जीवन में सत्यनिष्ठा
सिविल सेवकों के लिए परिवर्तन के प्रति प्रतिरोध को दूर करने और हितधारकों को राजी करने की रणनीतियाँ 1. प्रभावी संवाद और संचार स्पष्ट और पारदर्शी संचार: नई नीतियों और पहलों की स्पष्ट जानकारी प्रदान करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, डिजिटल इंडिया पहल के दौरान, सरकार ने विभिन्न मीडिया चैनलों के माध्यम सRead more
सिविल सेवकों के लिए परिवर्तन के प्रति प्रतिरोध को दूर करने और हितधारकों को राजी करने की रणनीतियाँ
1. प्रभावी संवाद और संचार
- स्पष्ट और पारदर्शी संचार: नई नीतियों और पहलों की स्पष्ट जानकारी प्रदान करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, डिजिटल इंडिया पहल के दौरान, सरकार ने विभिन्न मीडिया चैनलों के माध्यम से पारदर्शी संचार किया, जिससे लोगों को पहल के लाभ और उद्देश्यों के बारे में जानकारी मिली।
- समय पर प्रतिक्रिया: हितधारकों की चिंताओं और प्रश्नों का समय पर उत्तर देना चाहिए। महाराष्ट्र सरकार ने शिक्षा सुधार योजनाओं के अंतर्गत शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए नियमित फीडबैक और संवाद की प्रक्रिया अपनाई।
2. भागीदारी और समावेश
- हितधारकों को शामिल करना: नीतियों के निर्माण और कार्यान्वयन में हितधारकों को शामिल करना चाहिए। सार्वजनिक परामर्श और कार्यशालाएं आयोजित करके उनकी राय और सुझाव लिए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, आयुष्मान भारत योजना में अस्पतालों और मरीजों से फीडबैक लेकर योजना को बेहतर बनाया गया।
- स्वामित्व की भावना: हितधारकों को नीतियों और पहलों में स्वामित्व और भागीदारी की भावना महसूस कराना महत्वपूर्ण है। इससे वे नीति के प्रति समर्पण और समर्थन दिखाते हैं।
3. परिवर्तन के लाभ को स्पष्ट करना
- सकारात्मक प्रभाव: नई नीतियों के सकारात्मक प्रभाव और लाभ को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना चाहिए। उदाहरण के लिए, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत, स्वास्थ्य लाभ और स्वच्छता सुधार को प्रदर्शित कर लोगों को प्रेरित किया गया।
- सफलताएँ और उदाहरण: पिछले सफल परिवर्तन उदाहरणों को साझा करके नए परिवर्तनों को समझाया जा सकता है। मुलभूत ढांचा सुधार और जल आपूर्ति परियोजनाओं की सफलताएँ इसका अच्छा उदाहरण हैं।
4. प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण
- प्रशिक्षण कार्यक्रम: नए नीतियों और प्रक्रियाओं के बारे में प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए। सरकारी कर्मचारी प्रशिक्षण केंद्र ने नयी नीतियों के लिए प्रभावी प्रशिक्षण आयोजित किए हैं।
- उपकरण और संसाधन: हितधारकों को उचित उपकरण और संसाधन प्रदान करना ताकि वे परिवर्तनों को आसानी से अपनाएँ।
निष्कर्ष: सिविल सेवकों को परिवर्तन के प्रति प्रतिरोध को दूर करने और नई नीतियों का समर्थन प्राप्त करने के लिए स्पष्ट संचार, हितधारकों की भागीदारी, लाभ का स्पष्टरण, और प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे रणनीतियों को अपनाना चाहिए। इससे प्रभावी नीति कार्यान्वयन और सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन सुनिश्चित किया जा सकता है।
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लोक सेवा के संदर्भ में प्रासंगिकता a. नैतिक शासन प्रासंगिकता: नैतिक शासन (Ethical Governance) लोक सेवा में पारदर्शिता, ईमानदारी और निष्पक्षता सुनिश्चित करता है। यह भ्रष्टाचार और अन्याय को रोकने में सहायक होता है। हाल ही में, दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने नैतिक शासन के तहत भ्रष्टाचार विरोधी कदम उठाएRead more
लोक सेवा के संदर्भ में प्रासंगिकता
a. नैतिक शासन
प्रासंगिकता: नैतिक शासन (Ethical Governance) लोक सेवा में पारदर्शिता, ईमानदारी और निष्पक्षता सुनिश्चित करता है। यह भ्रष्टाचार और अन्याय को रोकने में सहायक होता है। हाल ही में, दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने नैतिक शासन के तहत भ्रष्टाचार विरोधी कदम उठाए हैं, जैसे कि ई-गवर्नेंस पहल और RTI प्रौद्योगिकी का उपयोग, जो पारदर्शिता को बढ़ावा देते हैं।
b. लोक जीवन में सत्यनिष्ठा
प्रासंगिकता: लोक जीवन में सत्यनिष्ठा (Integrity) का मतलब है व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सच्चाई और ईमानदारी बनाए रखना। यह नागरिकों का विश्वास बढ़ाता है और सरकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता को मजबूत करता है। पंकज कुमार, एक आईएएस अधिकारी, ने सार्वजनिक सेवाओं में सुधार के लिए सत्यनिष्ठा का उदाहरण पेश किया है, जब उन्होंने स्थानीय प्रशासन में सुधार के लिए कई पारदर्शी पहल कीं।
निष्कर्ष
नैतिक शासन और सत्यनिष्ठा लोक सेवा में विश्वास और प्रभावशीलता को बढ़ाते हैं, जिससे जनसेवा की गुणवत्ता और सरकारी नीतियों की प्रभावशीलता में सुधार होता है।
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